Kanpur News : दोहरे हत्याकांड में चन्द्र शेखर रावण का करीबी भीम आर्मी नेता दीपू निषाद तीन साथियों संग गिरफ्तार
छात्र राजनीति से शुरु राजनीतिक सफर तय कर बना जिला पंचायत सदस्य, बसपा की टिकट पर दीपू ने लड़ा था विधानसभा चुनाव
पुलिस ने हत्यारोपियों के कब्जे से आला कत्ल में प्रयुक्त तमंचा व चापड़ किया बरामद
अजय/मोहित
कानपुर, 20 फरवरी (हि.स.)। कानपुर जनपद के नवाबगंज थानाक्षेत्र में रंजिश के चलते हुए दोहरे हत्याकांड में पुलिस ने भीम आर्मी के नेता समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार भीम आर्मी नेता वर्तमान में जिला पंचायत सदस्य है और इन दिनों प्रयागराज जिले के अध्यक्ष के रुप में काम कर रहा था, साथ ही राष्ट्रीय अध्यक्ष चन्द्र शेखर आजाद का बहुत करीबी भी है। पुलिस ने गिरफ्तार अभियुक्तों के कब्जे से काला कत्ल में प्रयुक्त तमंचा व चापड़ बरामद कर लिया है और कोर्ट में पेश कर जेल भेजने की कार्यवाही की जा रही है।
बताते चलें कि, नवाबगंज थाना इलाके में स्थित उजियारीपुरवा गांव निवासी किसान जयराम निषाद के चार बेटों में दूसरे नंबर का बेटा 26 वर्षीय राजकुमार पेंटिंग व फर्नीचार की ठेकेदारी का करता था। वह परमियापुरवा गांव निवासी कार चालक दोस्त रवि कुमार के साथ बातचीत कर रहा था। तभी इलाके में रहने वाले बसपा के पूर्व विधानसभा प्रत्याशी व वर्तमान में भीम आर्मी नेता दीपू निषाद के इशारे पर विकास उर्फ विक्का, आकाश, विशाल व एक अन्य ने मिलकर दोनों को घेर लिया और धारदार हथियार से हमला कर दिया। इस दौरान हमलावरों ने दोनों को दोस्तों पर गोली से भी फायर किया। दोनों की जघन्य हत्या के बाद सभी हमलावर मौके से भाग निकले।
घटना से इलाके में सनसनी फैल गई। सूचना पर डीआईजी डॉ. प्रीतिंदर सिंह व एसपी पश्चिम डॉ. अनिल कुमार फील्ड यूनिट के साथ मौके पर पहुंचे और शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम भेजते हुए पूछताछ के आधार पर सामने आए हत्यारों की तलाश के लिए घनी आबादी वाले कटरी व गंगा बैराज से सटे इलाके में सर्च लाइटों के बीच कांबिंग शुरू कर दी।
भीम आर्मी नेता समेत चार हत्यारोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
डीआईजी के आदेश पर एसपी पश्चिम डॉ. अनिल कुमार ने स्वरुप नगर क्षेत्राधिकारी महेन्द्र सिंह देव के नेतृत्व में नवाबगंज थाना समेत सर्विलांस की चार पुलिस टीमों को हत्यारोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगाया गया। सभी टीमों ने रातभर ताबड़तोड़ दबिशें हत्यारोपियों की तलाश में दी और शनिवार की सुबह भीम आर्मी नेता दीपू निषाद समेत आकाश, विशाल व विकास को गिरफ्तार कर लिया।
आला कत्ल पुलिस ने किया बरामद
भीम आर्मी नेता समेत चार हत्यारोपियों को गिरफ्तार करते हुए पुलिस ने उनकी निशानदेही पर दोहरे हत्याकांड में प्रयुक्त आला कल्त तमंचा, खोखा व जिंदा कारतूस समेत चापड़ बरामद कर लिया। गिरफ्तार अभियुक्तों में एक हत्यारोपी के शरीर पर रक्तरंजित कमीज पहने पकड़ा गया है। साथ ही उसके सिर पर भी काफी खून लगा है। इससे देर रात उजियारी पुरवा में दोस्तों की हत्या की वारदात को बयां कर रहा है।
आरोपी भीम आर्मी नेता पर पूर्व में भी दर्ज हैं कई मुकदमें
डबल मर्डर की घटना में गिरफ्तार भीम आर्मी नेता दीपू निषाद पर पूर्व में भी कई संगीन आपराधिक मुकदमें दर्ज हैं। इनमें सेवन सीएल, गुण्डा एक्ट, शांति भंग, हत्या सहित सात मुकदमें दर्ज हैं। वहीं देर रात डबल मर्डर की घटना में भी एससी/एसटी एक्ट समेत हत्या का प्रयास व हत्या आदि की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। यही नहीं दीपू पूर्व में बसपा पार्टी से कल्याणपुर विधानसभा सीट से चुनाव भी लड़ चुका है। मौजूदा में जिला पंचायत सदस्य भी है। भीम आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का करीबी है दीपू
छोटी सी ही उम्र में दीपू निषाद को बड़ी राजनीतिक मंशा पाल बैठा था। इसके लिए उसने छात्र राजनीति में कदम रखा और डीएवी कॉलेज से अध्यक्ष का चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। इसके बाद निषाद समाज में पैठ बढ़ाते हुए बसपा पार्टी का दामन थाम लिया। दलित—निषाद गठजोड़ से पिछले जिला पंचायत चुनाव में कदम रखा और दिग्गजों को मात देकर जिला पंचायत सदस्य बनकर जनपद में चर्चा का केन्द्र बन गए। यही जीत बसपा प्रमुख मायावती को रास आ गई और उन्होंने 2017 के विधानसभा चुनाव में वीआईपी सीट कल्याणपुर से टिकट देकर चुनाव मैदान में उतार दिया। हालांकि मोदी लहर के चलते दीपू निषाद की राजनीतिक महत्तवाकांक्षा पर ब्रेक लग गया। इसके बाद उन्होंने उत्तर प्रदेश के उभरते दलित चेहरे भीम आर्मी प्रमुख चन्द्रशेखर आजाद उर्फ रावण की पार्टी में सक्रिय सदस्यता हासिल कर उनका करीबी बन गया।
कटरी क्षेत्र में अवैध प्लाटिंग को बनाया धंधा
कानपुर महानगर का ऐतिहासिक धरती बिठूर की ओर बढ़ते दायरे को लेकर कटरी क्षेत्र में जमीनों के दाम आसमान छूने लगे। ऐसे में तमाम राजनेताओं की भांति डीएवी कॉलेज में अध्यक्ष बनते ही दीपू निषाद उर्फ सागर भी जमीन के कारोबार से जुड़ गया। उसने कटरी के क्षेत्रों में अपना दबदबा बढ़ाते हुए अवैध प्लाटिंग को धंधा बना लिया। वर्तमान में भी उसकी कटरी की जमीनों पर कब्जा कर प्लाटिंग आदि का खेल बड़े पैमाने पर चल रहा था। प्लाटिंग के जरिए बढ़ रही कमाई से उसके गुर्गों की संख्या एक सैकड़ा से अधिक हो गई और लोग उससे खौफ खाने लगे।