Gonda News : कोरोना काल में डेंगू से बचाव भी है बेहद जरूरी – डॉ देवराज

बरसात में कई संक्रामक रोगों के फैलने का ख़तरा

जानकी शरण द्विवेदी

गोण्डा। बरसात आते ही कई संक्रामक रोगों के फैलने की आशंका समुदाय में बढ़ जाती है। एक ओर जहाँ वैश्विक महामारी कोरोना हर दिन भारी संख्या में लोगों को अपने गिरफ्त में ले रहा है, तो वहीं दूसरी ओर इस समय के मौसम को देखते हुए हमें विभिन्न संक्रामक रोगों जैसे डेंगू, मलेरिया, बुखार आदि से भी बचाव करना बेहद जरूरी है। क्योंकि बारिश के समय में गड्ढों, अनुपयोगी बर्तनों, टायरों, गमलों आदि में पानी जमा होने से मच्छर पनपने लगते हैं, जिनके काट लेने से व्यक्ति को डेंगू जैसी जानलेवा बीमारी हो सकती है। यह कहना है एसीएमओ वेक्टर बॉर्न डिजीज डॉ देवराज चौधरी का।
डॉ चौधरी के अनुसार, डेंगू एक जानलेवा संक्रामक गम्भीर बीमारी है। यह रोग एक वायरस द्वारा होता है। कोविड-19 के संक्रमण काल में डेंगू से बचने के लिये हमारी जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है, क्योंकि इसकी चपेट में आने से बॉडी की इम्युनिटी कम हो जाती है, जिससे कोविड-19 का संक्रमण होने की आशंका ज्यादा बढ़ जाती है। इसलिये डेंगू से बचाव के लिये विशेष कदम जरूर उठाएं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना संक्रमण के साथ ही साथ डेंगू, मलेरिया आदि बीमारियों के अभियान के अंतर्गत लोगों को जागरुक किया जा रहा है। वहीं जिला मलेरिया अधिकारी डा. मोबीन अहमद ने बताया कि डेंगू से बचाव के लिए अपने घरों के अंदर व बाहर तथा आसपास की साफ़-सफाई रखें, कूलर, टंकी, गमलों, टायरों व अनुपयोगी बर्तनों में पानी जमा न होने दें तथा सप्ताह में एक बार इन सभी चीजों को खाली कर अच्छे से सूखा लें, साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें। कोविड-19 काल में रोग प्रतिरोधक क्षमता का मजबूत होना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि जनपद के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रो पर डेंगू की निःशुल्क जांच व दवाईयां उपलब्ध हैं ।

डेंगू के लक्षण :

अचानक तेज सिरदर्द व बुखार का होना
मांसपेशियो तथा जोड़ो मे दर्द होना
आंखो के पीछे दर्द होना,जो की आंखो को घुमाने से बढ़ता है
जी मिचलाना एवं उल्टी होना
गंभीर मामलों में नाक, मुंह, मसूड़ो से खून आना व त्वचा पर चकत्ते उभरना।

ऐसे करें बचाव :

दरवाजों व खिड़कियों पर जाली लगवाएं
मच्छरदानी का नियमित प्रयोग करें
अनुपयोगी वस्तुओं में पानी जमा न होने दें
पानी की टंकी पूरी तरह से ढक कर रखें
पूरी बांह वाली कमीज और पैंट पहनें
घर और कार्य-स्थल के आसपास पानी जमा न होने दें
कूलर, गमले आदि को सप्ताह में एक बार खाली कर सुखाएं
गड्डों में जहां पानी इकट्ठा हो, उसे मिट्टी से भर दें
पानी उबाल कर प्रयोग करें, फल एवं सब्जियों को अच्छी तरह धोकर ही प्रयोग करें

बुखार होने पर क्या करें :

बुखार होने पर तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाएं और चिकित्सकों की सलाह के अनुसार ही अपना उपचार करें। सामान्य पानी की पट्टी सिर, हाथ-पांव एवं पेट पर रखें। बुखार के समय पानी एवं अन्य तरल पदार्थों जैसे नारियल पानी, शिकंजी, ताजे फलों का रस इत्यादि का अधिक से अधिक सेवन करें।

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