Gonda News:तिर्रे मनोरमा काण्ड में आया नया मोड़

महंत पर शिकंजा कस सकती है पुलिस

जानकी शरण द्विवेदी

गोण्डा। जिले के इटियाथोक थाना क्षेत्र के तिर्रे मनोरमा में स्थित राम जानकी मंदिर के पुजारी सम्राट बाबा पर पिछले दिनों हुए हमले के मामले में नया मोड़ ले लिया है। शुक्रवार की देर शाम स्वाट टीम ने मंदिर के मुख्य मंहत सीताराम दास को पूछताछ के लिए बडगांव से उठा लिया है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि अब तक की छानबीन के दौरान यह घटना संदिग्ध रही है। घटना में नामजद व्यक्तियों को फंसाने के लिए एक सुनियोजित तरीके से इसे अंजाम दिया गया। शुक्रवार की रात करीब साढ़े नौ बजे मंदिर के मुख्य मंहत रामदास को पुलिस टीम ने बड़गांव के पास से उठा लिया। इस सम्बंध में रात में कोई भी पुलिस अधिकारी स्पष्ट रूप से कुछ बोलने को तैयार नहीं है।
उल्लेखनीय है कि पिछले 11 अक्टूबर की रात कुछ लोगों ने राम जानकी मंदिर के पुजारी अतुल बाबा उर्फ सम्राट दास को गोली मार दी थी। गंभीर से घायल होने के कारण उनको लखनऊ रेफर कर दिया गया था। अतुल बाबा उर्फ सम्राट बाबा पिछले दो साल से मंदिर में पूजा पाठ कर रहे थे। मंहत की ओर से चार लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया गया था। पुलिस ने नामजद आरोपियों में से दो को गिरफ्तार कर लिया था। मंदिर की सुरक्षा हटाए जाने से नाराज होकर एसपी शैलेश कुमार पाण्डेय ने तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक संदीप कुमार सिंह को लाइन हाजिर कर दिया था। महंत सीताराम दास ने तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक पर कई गंभीर आरोप भी लगाए थे, जो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था। आरोपी पक्ष घटना को फर्जी बताते हुए अपनी नामजदगी गलत होने का दावा करते हुए उच्चाधिकारियो ंसे निष्पक्ष जांच की मांग की थी। बताते चलें कि जिले के मौजूदा एसपी की गणना प्रदेश के न्यायप्रिय तथा दबाव मुक्त काम करने वाले अधिकारियों में होती है। वह साक्ष्यों के आधार पर ही कोई कार्रवाई करेंगे। यदि मुकदमे में नामजदगी गलत पाई गई तो असली आरोपी ही जेल जाएंगे। तरबगंज थाने में पिछले दिनों हुई एक हत्या के मामले में गलत नामजदगी वाले व्यक्तियों के बजाया साक्ष्यों के आधार पर वादी मुकदमा समेत तीन लोगों को हत्यारोपी बनाकर जेल भेजा।

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