Gonda News:जिले में 15 हजार के करीब है HIV संक्रमित मरीजों की संख्या
जानकी शरण द्विवेदी
गोण्डा। विश्व एड्स दिवस के अवसर पर जिले में चार स्थलों क्रमशः एआरटी सेंटर गोण्डा, सीएचसी इटियाथोक, परसपुर तथा रुपईडीह पर स्टॉल/हेल्प डेस्क बनाया गया तथा इस वर्ष की थीम ‘वैश्विक एकजुटता, साझा जिम्मेदारी’ की तर्ज पर आमजन को एचआईवी/एड्स एवं कोविड-19 के प्रति विविध कार्यक्रमों के माध्यम से जागरूक किया गया। इस दौरान स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा लोगों को पैम्पलेट, बैनर और पोस्टर के माध्यम से टीबी, कोविड-19 तथा एचआईवी/एड्स के लक्षण एवं उपचार के प्रति जागरुक किया गया। उक्त कार्यक्रम में एचआईवी/एड्स पर कार्य कर रही एनजीओ (गैर सरकारी संगठन) विहान तथा थारु जनजाति के सदस्यों द्वारा प्रतिभाग किया गया। कार्यक्रम के दौरान लोगों को कोविड-19 के लक्षणों तथा उससे बचाव के तरीके भी बताये गए। साथ ही शारीरिक दूरी बनाये रखने, मास्क एवं सैनिटाइजर के सही उपयोग के बारे में भी लोगों को बताया गया। उप जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ अंजनी कुमार उपाध्याय ने बताया कि वृद्ध एवं अन्य बीमारी जैसे एचआईवी, टीबी, शुगर और किडनी रोग से ग्रसित व्यक्तियों के लिए कोरोना बहुत ही खतरनाक है।
जिला एड्स रोग नियंत्रण अधिकारी डॉ मलिक आलमगीर ने बताया कि वर्तमान में जिले में कुल सात आईसीटीसी सेंटर सक्रिय हैं, जहाँ प्रशिक्षित लैब टेक्नीशियनों द्वारा दो चरणों में एचआईवी की जांच की जाती है। उन्होंने बताया कि प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी जनपद में विश्व एड्स दिवस मनाया जा रहा है, जिससे अधिक से अधिक लोगों को एचआईवी/एड्स के बारे में जागरुक किया जा सके। इस वर्ष की थीम में कोविड-19 भी जुड़ा है, इसलिए आमजन मानस को हेल्प डेस्क के माध्यम से इसके लक्षण एवं उपचार पर जागरुक करने का प्रयास किया गया। उक्त कार्यक्रम में विश्व स्वास्थ्य संगठन के सलाहकार डॉ उमर अकील, जिला समन्वयक विवेक सरन, अरविन्द मिश्रा, सूरज सिंह, रितेश श्रीवास्तव तथा विहान एवं थारु जनजाति के लगभग 30 कर्मचारी उपस्थित रहे।