Friday, June 13, 2025
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साइबर ठगी का नया पैटर्न उजागर, किसान से ऐंठे 85 हजार

फेसबुक हैक कर रिश्तेदार बन ठगों ने किया सनसनीखेज साइबर ठगी

फोन पे के जरिए वसूले पैसे, साइबर ठगी मामले में थाने में एफआईआर दर्ज

जानकी शरण द्विवेदी

गोंडा। जिले में साइबर ठगी का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां नवाबगंज थाने की सीमा में रहने वाले एक किसान से ठगों ने ‘डिजिटल अरेस्ट’ का डर दिखाकर 85 हजार रुपये की ठगी कर ली। यह मामला न केवल डिजिटल सुरक्षा की कमजोरियों को उजागर करता है, बल्कि साइबर अपराधियों की नित नई तकनीकों को भी सामने लाता है। कल्यानपुर के पंडित पुरवा गांव निवासी किसान सुशील तिवारी उर्फ आशू ने नवाबगंज थाने में साइबर ठगी का शिकार होने के संबंध में प्राथमिकी दर्ज कराई है।
अपनी तहरीर में साइबर ठगी के शिकार आसू ने बताया कि उनके ममेरे भाई हरिकिशन तिवारी, जो दुबई के एक होटल में कार्यरत हैं, की फेसबुक आईडी को साइबर ठगों ने रविवार को हैक कर लिया। इसके बाद ठगों ने सुशील को फेसबुक मैसेंजर पर संदेश भेजा जिसमें दावा किया गया कि हरिकिशन छुट्टी लेकर भारत लौट रहे थे, लेकिन उनका वीजा 10 दिन पहले समाप्त हो गया था और एयरपोर्ट पर चेकिंग के दौरान उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। ठगों ने खुद को भारत में किसी सुरक्षा एजेंसी का अधिकारी बताते हुए यह भी कहा कि हरिकिशन को ‘डिजिटल अरेस्ट’ में रखा गया है और किसी से बात नहीं करने दी जाएगी।

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डर और तनाव में आए आसू ने सुशील ने जल्दी-जल्दी फोन पे के जरिए 85 हजार रुपये ठगों के बताए बैंक खाते में ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद ठगों ने एक लाख रुपये और वीजा नवीनीकरण के नाम पर मांगे। जब सुशील ने यह कहा कि उनके पास और पैसे नहीं हैं, तो ठगों ने ‘कहीं से भी व्यवस्था करो’ का दबाव बनाना शुरू कर दिया। इस दौरान सुशील को शक हुआ और जब उन्होंने परिवार के अन्य लोगों और रिश्तेदारों से संपर्क किया तो पूरा मामला सामने आया। यह स्पष्ट हो गया कि वे ठगों के झांसे में आ चुके हैं।
थानाध्यक्ष अभय सिंह ने पुष्टि की है कि साइबर ठगी के शिकार आसू की एफआईआर दर्ज कर ली गई है और मामले की जांच साइबर सेल को सौंप दी गई है। उन्होंने नागरिकों से अपील की है कि इस तरह की घटनाओं से सतर्क रहें और किसी भी संदेहास्पद लिंक या संदेश पर विश्वास न करें। यह मामला यह भी दिखाता है कि साइबर अपराधी किस तरह भावनात्मक जुड़ाव का फायदा उठाकर भोले-भाले नागरिकों को निशाना बना रहे हैं। अब जांच एजेंसियों के लिए यह एक चुनौती बन चुका है कि साइबर ठगी की घटनाओं को कैसे रोका जाए और आम लोगों को समय रहते जागरूक किया जा सके।

किसी भी प्रकार की साइबर ठगी होने पर तुरंत यहां रिपोर्ट करें : https://cybercrime.gov.in/

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