राज्यपाल बनाम मुख्यमंत्री! केरल में शीर्ष पदों पर टकराव!!

के. विक्रम राव कम्युनिस्ट-शासित केरल राज्य में राज्यपाल खान मोहम्मद आरिफ खान के विरूद्ध अभियान चल रहा है। वजह क्या है? माकपा मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन के निजी सचिव हैं केके … Read More

राजस्थान में कितना सफल होगा तीसरा मोर्चा ?

रमेश सर्राफ धमोरा राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने में अभी एक साल से अधिक का समय बाकी है। मगर राजनीतिक दलों ने अभी से तैयारियां शुरू कर दी हैं। क्षेत्रीय … Read More

पुरखों के हत्यारों के देश में द्रौपदी मुर्मू!

के. विक्रम राव राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मलिका एलिजाबेथ द्वितीय के अंतिम संस्कार (19 सितम्बर 2022) में शरीक होने जा रहीं हैं। यह कितना औचित्यपूर्ण है? क्या गलीच उपनिवेशी मानसिकता का … Read More

पुस्तक समीक्षा : लड़कियों के लिए लिखा गया भारत का पहला थ्रिलर ‘नायिका’ उपन्यास रिलीज

– महिलाओं पर अत्याचारों को खूबी के साथ दर्शाता है अमित खान का उपन्यास हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में सक्रिय चर्चित लेखक अमित खान का ‘नायिका’ उपन्यास बाजार में आया है। … Read More

श्राद्ध: पितरों का सबसे बड़ा पर्व

पितृपक्ष (10-25 सितम्बर) पर विशेष योगेश कुमार गोयल अनंत चतुर्दशी के दिन गणपति विसर्जन के साथ ही गणेशोत्सव का समापन हो जाता है और उसके अगले दिन से पितृ पक्ष … Read More

श्री गणेश: परिपक्वता के पौराणिक प्रतीक

डॉ. राघवेंद्र शर्मा भगवान श्री गणेश उपासना के इन दिनों विशेष दिन चल रहे हैं। ऐसे में यह हम सभी को समझना होगा कि आखिर क्यों अत्याधुनिक जीवन शैली के … Read More

तेज अर्थव्यस्था पर आगे कई बाधाएं

जीडीपी वृद्धि दुनिया में सबसे ज्यादा विक्रम उपाध्याय भारत के सकल घरेलू उत्पाद यानि जीडीपी की वृद्धि दर दुनिया भर के लिए एक अच्छी खबर है, क्योंकि आर्थिक रूप से … Read More

देश को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी उम्मीद

डाॅ. वेदप्रताप वैदिक सुप्रीम कोर्ट ने न्यायमूर्ति यू.यू. ललित के प्रधान न्यायाधीश बनते ही दनादन फैसले शुरू कर दिए हैं। यह अपने आप में एक मिसाल है। ऐसा लगता है … Read More

कैसे खुल जाते हैं फर्जी विश्वविद्यालय

डॉ. राजेन्द्र प्रसाद शर्मा विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने पिछले सप्ताह देश के 21 फर्जी विश्वविद्यालयों की सूची जारी कर दायित्व की इतिश्री कर ली है। आयोग का लगभग हर साल … Read More

बिखरती कांग्रेस और राहुल पर उठते सवाल

ऋतुपर्ण दवे क्या कांग्रेस एक बार फिर और कमजोर हो गई? ऐसे सवाल राजनीतिक गलियारों में अब नए नहीं है और न ही कोई सनसनी फैलाते हैं। कांग्रेस छोड़ने वाले … Read More

‘…क्योंकि यह भ्रष्टाचार में डूबा नवीन ओखला औद्योगिक विकास प्राधिकरण है!’

मुकुंद नोएडा के सेक्टर 93 ए में कुतुबमीनार से भी कहीं ऊंचे और भ्रष्टाचार की नींव पर खड़े सुपरटेक ट्विन टावर आखिरकार जमींदोज होकर इतिहास का हिस्सा बन गए। देश … Read More

ताकत कायम है 105 साल पुराने चरखे की

डॉ. प्रभात ओझा साबरमती के किनारे दो दिन पहले शनिवार को प्रधानमंत्री का साढ़े सात हजार लोगों के साथ चरखा कातने का कार्यक्रम हुआ । ऐसा कर एक रिकॉर्ड भी … Read More

दम है कितना दमन में तेरे? नबी का अब यही नारा है !

के. विक्रम राव कांग्रेस को ऑक्सिजन दे दी जनाब आजाद ने। मगर उनकी यह तंबीह (आगाह) है पार्टी हेतु। लाल बत्ती रौशन कर दी। वे वस्तुतः खुदा के नेक बंदे … Read More

महिला पीएम है तो उसकी निजता लांछित होगी?

के. विक्रम राव उन्मुक्त यौन-रिश्तों और स्वच्छंद विचारों के लिये जाने जाते यूरोप महाद्वीप में एक खबर गत सप्ताह से व्यापी है। फिनलैंड की युवा, रूपवती, सोशलिस्ट प्रधानमंत्री साना मिरेला … Read More

छोटे-सोरेन तो छोटे मियां, बड़े सोरेन शुभान अल्लाह!

के. विक्रम राव झारखण्ड में हेमंत सोरेन का पतन भाजपा को अधिलाभांश (बोनस) में हासिल हो रहा है। रांची में ‘ऑपरेशन लोटस‘ (कमल) की जरूरत नहीं पड़ी। नौबत ही नहीं … Read More

कांग्रेस मुक्त भारत का सपना साकार करते राहुल गांधी

आर.के. सिन्हा कांग्रेस से देश को उम्मीद थी कि यूपीए सरकार के सन 2014 में सत्ता से मुक्त होने के बाद वह एक सशक्त विपक्ष की भूमिका को सही तरह … Read More

साम्राज्यवादी चीन की रफ्तार पर ब्रेक आवश्यक

डॉ. अनिल कुमार निगम साम्राज्यवादी देश चीन एशिया में अपना प्रभाव बहुत तेजी से बढ़ाता जा रहा है। चीन के मिसाइल ट्रैकिंग शिप युआन वांग 5 को श्रीलंका द्वारा हंबनटोटा … Read More

यूं ही नहीं होती योगी की तारीफ

गिरीश पांडेय सुसाशन मॉडल, विश्वस्तरीय बुनियादी संरचना के विकास और किसानों के हित में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के काम देश के लिए नजीर बन चुके हैं। करीब चार दर्जन क्षेत्रों … Read More

तेजस्वी की आचार संहिता अधूरी पर सराहनीय

डॉ. वेदप्रताप वैदिक बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने अपने दल के मंत्रियों के लिए आचार-संहिता जारी की है। यह मेरे हिसाब से अधूरी पर सराहनीय है। सराहनीय इसलिए … Read More

अब उठो और जग को हंसाओ राजू श्रीवास्तव

आर.के. सिन्हा राजू श्रीवास्तव के शीघ्र सेहमतमंद होने को लेकर सारा देश प्रार्थना कर रहा है। इस समय वह घड़ी याद आ रहा है जब अमिताभ बच्चन को ‘कुली’ फिल्म … Read More

लाल सिंह चड्ढा की विफलता से बदलाव की आहट

विकास सक्सेना हिन्दी फिल्मों की सफलता की गारंटी माने जाने वाले सिने जगत में ‘‘मिस्टर परफेक्शनिस्ट’’ के तौर पर ख्यातिलब्ध अभिनेता आमिर खान की फिल्म लाल सिंह चड्ढा को दर्शकों … Read More

काषायधारी को पूर्व कैदी का लाल सलाम!

के. विक्रम राव योगी आदित्यनाथ जी ने सत्तर साल पुरानी (1941 वाली) ब्रिटिश जेल नियमावली को 16 अगस्त 2022 को निरस्त कर दिया। उसे आधुनिक बना दिया। अतः फांसी का … Read More

पारसी जन क्यों बड़े अच्छे लगते हैं!

के. विक्रम राव 16 अगस्त 2022 को नवरोज शुरू हो गया। पारसी मतावलंबियों का नया साल। बेस्ता बरस! भारत की 130 करोड़ आबादी में केवल सत्तावन हजार पारसियों की तादाद … Read More

कर्मयोगी श्रीकृष्ण: जियो तो ऐसे जियो!

कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर विशेष गिरीश्वर मिश्र सुख की चाह और दुःख से दूरी बनाए रखना जीवित प्राणी का सहज स्वाभाविक व्यवहार है जो पशु- मनुष्य सब में दिखाई … Read More

भारत की मूल विरासत है अखंड सांस्कृतिक वैभव

संजय तिवारी अखंडता भारत का मूल सांस्कृतिक वैभव है। विरासत है। यही सत्य सनातन है जो भारत को भारत बनाता है। भूखंड के रूप में इसके टूटने और बिखरने की … Read More

सुराज के सपनों का अमृत संकल्प

ह्रदय नारायण दीक्षित स्वाधीनता उच्चतर आनंद है और पराधीनता असह्य दुख है- पराधीन सपनेहु सुख नाही। पराधीन व्यक्ति समाज और राष्ट्र अपनी संस्कृति का आनंद नहीं ले सकते। उनके जीवन … Read More

प्रयागराज के भारती भवन का क्रंदन सुनो!

के. विक्रम राव प्रयागराज मनीषियों का मरकज है। कभी उसका बीज मंत्र होता था : ‘पढ़े और पढ़ायें, सुने और सुनाये।‘ शायद अब नहीं। वह अक्षहीन हो गया है, बधिर … Read More

रेवड़ियां बांटने की राजनीति

डॉ. वेदप्रताप वैदिक हिंदी की एक कहावत है कि ‘अंधा बांटे रेवड़ी, अपने-अपने को देय।’ अपने नेताओं ने अपने आचरण से इस कहावत को यों बदल दिया है कि ‘अंधा … Read More

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