Balrampur News:स्वरोजगार हेतु ऋण आवेदन पत्र का तत्काल निस्तारण करें बैंक
बिना ठोस कारण के बैंकों द्वारा ऋण आवेदन पत्र न किए जाएं निरस्त : सीडीओ
संवाददाता
बलरामपुर। मुख्य विकास अधिकारी अमनदीप डुली की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार में उद्योग बंधु की बैठक की गई। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी द्वारा स्वरोजगार हेतु चलाई जा रही महत्वाकांक्षी योजनाएं मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना, मुख्यमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम योजना, एक जनपद एक उत्पाद योजना की समीक्षा की गई। बैठक में उपायुक्त उद्योग ने बताया कि मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना के तहत जनपद को 50 लाभार्थियों को मार्जिन मनी 97.00 लाख का ऋण प्रदान किए जाने का लक्ष्य प्राप्त हुआ है। मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना अंतर्गत 122 आवेदन पत्र प्राप्त हुए हैं जिसमें 105 लाभार्थियों का चयन किया गया है। अभी तक कुल 28 ऋण आवेदन बैंक द्वारा स्वीकृत किए गए हैं तथा 8 लाभार्थियों को ऋण वितरित किया जा चुका है जिसकी मार्जिन मनी 7.30 लाख है। बैंक द्वारा 62 आवेदन पत्र निरस्त कर दिए गए हैं, जबकि 39 आवेदन पत्र विभिन्न बैंक शाखाओं में स्वीकृति हेतु लंबित है। प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम योजना के तहत जनपद को स्वरोजगार हेतु इच्छुक 37 लाभार्थियों को रुपए 111 लाख का ऋण दिए जाने का लक्ष्य प्राप्त हुआ है। इसके सापेक्ष जिला उद्योग कार्यालय को 185 ऋण आवेदन प्राप्त हुआ। प्राप्त आवेदन पत्रों की ऑनलाइन स्कूटनी कर 176 आवेदन पत्र विभिन्न बैंक शाखाओं को स्वीकृत वितरण हेतु प्रेषित कर दिया गया, जिसमें बैंक द्वारा 30 आवेदन पत्र स्वीकृत किया गया तथा 30 लाभार्थियों को बैंकों द्वारा ऋण वितरित किया गया जिसकी मार्जिन मनी रुपए 50.34 लाख है। बैंकों द्वारा 132 आवेदन पत्र निरस्त कर दिए गए। एक जनपद एक उत्पाद योजना के तहत जनपद में 40 लाभार्थियों को एक करोड़ की मार्जिन मनी का ऋण दिए जाने का लक्ष्य प्राप्त हुआ है। एक जनपद एक उत्पाद योजना अंतर्गत 44 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिसमें 34 लाभार्थियों का चयन किया गया है। अभी तक कुल 13 आवेदन बैंक द्वारा स्वीकृत किया गया है तथा 10 लाभार्थियों को बैंकों द्वारा ऋण वितरित किया गया है जिसके मार्जिन मनी रुपए 74.50 लाख है। बैंक द्वारा 14 आवेदन पत्र निरस्त कर दिए गए हैं।
मुख्य विकास अधिकारी द्वारा बैंकों द्वारा स्वरोजगार योजना में बिना ठोस कारण के ऋण आवेदन पत्र निरस्त किए जाने पर नाराजगी व्यक्त की गई। मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि यदि आवेदन पत्र में कोई कमी है या कोई कागज कम है तो लाभार्थी को सूचना देते हुए त्रुटि सही करवा दिया जाए। मुख्य विकास अधिकारी द्वारा समस्त बैंकों के अधिकारियों को बैंक के स्तर पर फाइलें लंबित न रहने का निर्देश दिया गया। मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि यदि अरोड़ा का आवेदन पत्र स्वीकृत हो गई है तो शीघ्र ही ऋण दे दिया जाए, बेवजह विलंब न हो। मुख्य विकास अधिकारी द्वारा उपस्थित उद्योग बंधुओं से वार्तालाप की गई तथा उनकी समस्याएं व सुझाव सुने गए। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अमनदीप डुली, उपायुक्त उद्योग, जिला आबकारी अधिकारी, अधिशासी अभियंता विद्युत, लीड बैंक मैनेजर, मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी, औषधि निरीक्षक, जिला खादी ग्रामोद्योग अधिकारी, उद्योग बंधु व अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।