Ayodhya : जगद्गुरु परमहंसाचार्य ने श्रद्धा को दी श्रद्धांजलि
कहा-फास्ट्र ट्रैक कोर्ट में हो सुनवाई, हत्यारे को मिले फांसी की सजा
मनोज तिवारी
अयोध्या। आचार्य पीठ तपस्वीजी की छावनी, रामघाट पीठाधीश्वर जगद्गुरू परमहंस आचार्य ने शनिवार को अपने आश्रम पर सनातनी बेटी श्रद्धा को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने श्रद्धा की आत्म शांति के लिए दो मिनट का मौन भी रखा। परमहंस आचार्य ने कहा कि जिस तरह से एक जिहादी ने सनातनी बेटी श्रद्धा के 35 टुकड़े करके उसे यत्र-तत्र फेंका। इससे भारतीय संस्कृति पर प्रश्न चिंह खड़ा हो गया है। मानवता शर्मसार हो गई है। भारत में जहां बेटियों को देवी स्वरूप मानकर पूजा किया जाता है। उसी भारत में इतनी तेजी के साथ लव जेहाद बढ़ रहा है। अपना नाम, पहचान छिपाकर हिंदू, बहन, बेटियों को फंसा लेंगे। उसके बाद उनका शव कहीं सूटकेस में मिल रहा है। तो कहीं उनको नाले में फेंक दिया जा रहा है। कहीं उनके टुकड़े हो रहे हैं। अगर लव जेहाद खत्म नही हुआ और इस पर कोई सख्त कानून नही बना। तो मैं संकल्प लेता हूं कि लव जेहाद को समाप्त करने के लिए यदि कानून को हाथ में लेना पड़ा। तो हम कानून को हाथ में लेंगे। लेकिन अब बेटियों के टुकड़े नही होने देंगे। न देश का टुकड़ा होगा और न ही बेटियों के टुकड़े होंगे। बल्कि जो बेटियों का टुकड़ा करने वाले लोग हैं। उनका टुकड़ा करने के लिए अब संत समाज हथियार उठायेगा। मेरी मांग है कि बेटी श्रद्धा मर्डर केस की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में करके उसके कातिल को फांसी की सजा दी जाए। उन्होंने कहा कि हम वसुधैव कुटुम्बकम का भाव रखने वाले सनातनी धर्माचार्य हैं। पूरा विश्व हमारा परिवार है। किसी भी बहन, बेटी के साथ इस तरह की अमानवीय घटना होगी। तो उसे न्याय दिलाने के लिए पहले हम संवैधानिक प्रयास करेंगे। अगर संवैधानिक दायरे में देर होगी। तो फिर हम कानून हाथ में लेंगे। इस अवसर पर हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनीष पांडेय भी मौजूद रहे।
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जानकी शरण द्विवेदी