33.72 करोड़ से बदलेगी कुशीनगर के पर्यटन विकास की तस्वीर

–बौद्ध, हिंदू और ईको पर्यटन के अवस्थापना विकास के कार्य होंगे

कुशीनगर(हि . स.)। उत्तर प्रदेश शासन ने कुशीनगर जनपद में पर्यटन विकास के लिए 33.72 करोड़ रुपए की स्वीकृति प्रदान की है। अपग्रेडेशन आफ बुद्धिस्ट सर्किट इंफ्रास्ट्रक्चर , धार्मिक पर्यटन के तहत हिंदू मंदिरों में अवस्थापना सुविधा का विकास, पोखरों का विकास कर जल संरक्षण (ईको टूरिज्म)को बढ़ावा और घरेलू पर्यटन विकास की योजनाएं शामिल हैं। लंबे समय से यह परियोजनाएं शासन में लंबित थीं।

अपग्रेडेशन ऑफ बुद्धिस्ट सर्किट इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए 237.78 लाख, बुद्ध द्वारा अंतिम बार जल ग्रहण वाली नदी हिरण्यवती के बुद्धा घाट पर पर्यटक सुविधाओं के विकास व सुंदरीकरण के लिए 2381.27 लाख, पडरौना के खिरकिया माई मंदिर व शिव मंदिर के पर्यटन विकास के लिए 102.08 लाख, रामपुर सोहरौना स्थित ताल के विकास के लिए 420.00 लाख, बनकटा बाजार स्थित काली माई मंदिर व शिव मंदिर के पर्यटन विकास के लिए 106.07 लाख और रामकोला में चेड़ा माई मंदिर परिसर में मेडीटेशन हाल व टायलेट ब्लाक निर्माण के लिए 124.96 लाख रुपए की स्वीकृति शासन ने प्रदान की है। शासन ने कार्यों के लिए उप्र प्रोजेक्ट कारपोरेशन को कार्यदाई संस्था नामित करते हुए डीपीआर तैयार करने के निर्देश दिए हैं।

क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी ,गोरखपुर रविंद्र मिश्र ने बताया कि शासन ने कुशीनगर में पर्यटन विकास के लिए 33.72 करोड़ रुपए की स्वीकृति प्रदान की है। आचार संहिता के बाद कार्य प्रारंभ करने की प्रक्रिया शुरू होगी। कार्यदायी संस्था उत्तर प्रदेश कारपोरेशन द्वारा डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाया जा रहा है। इन कार्यों के पूर्ण होने से कुशीनगर में पर्यटकों का आगमन बढ़ेगा साथ ही जनपद के लोगों के लिए रोजगार के अवसरों में भी वृद्धि होगी।

गोपाल/सियाराम

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