हेरिटेज फाउंडेशन ने की गांगेय डॉल्फिन के लिए जागरुकता अभियान की शुरुआत

गोरखपुर (हि.स.)। वन्यजीव संरक्षण एवं पर्यावरण के क्षेत्र में कार्यरत संस्था हेरिटेज फाउंडेशन की संरक्षिका डॉ. अनिता अग्रवाल ने बताया कि पांच अक्टूबर को देश में पहली बार राष्ट्रीय डॉल्फिन दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। हेरिटेज फाउंडेशन इस तिथि से गांगेय डॉल्फिन के लिए जागरुकता अभियान की शुरुआत करेगा।

डॉ. अनिता ने बताया कि गत दिनों केंद्र सरकार की राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड की स्थायी समिति ने अपनी 67वीं बैठक में निर्णय लिया था कि इस वर्ष पांच अक्टूबर को ‘राष्ट्रीय डॉल्फिन दिवस’ के रूप में मनाया जाएगा। समाज में जागरुकता और सामुदायिक भागीदारी इस प्रजाति के संरक्षण के लिए अभिन्न अंग हैं। इस कड़ी में हेरिटेज फाउंडेशन भी जागरुकता अभियान की शुरुआत कर रहा है।

वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर अनिल कुमार तिवारी कहते हैं कि देश में ज्यादातर गांगेय डॉल्फिन गंगा एवं उसकी सहयोगी नदियों में मिलती हैं। गांगेय डॉल्फिन, डॉल्फिन की मीठे पानी की एक प्रजाति है। यह बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में लंबी गहरी नदी में देखी जाती है। गंगा नदी की डॉल्फ़िन को 2010 में राष्ट्रीय जलीय प्रजाति घोषित किया गया। पर्यावरण संरक्षण के प्रति गंभीर, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अगस्त 2020 में मीठे पानी और समुद्री डॉल्फ़िन दोनों के संरक्षण के लिए ‘प्रोजेक्ट डॉल्फिन’ की घोषणा की थी।

आमोद

error: Content is protected !!