हशमत मलिक को महापौर उम्मीदवार बनाने से रोचक हुई जंग
मेरठ (हि.स.)। नगर निगम में महापौर पद पर बसपा ने हशमत मलिक को उम्मीदवार घोषित किया है। इससे महापौर पद पर चुनावी जंग रोचक होने जा रही है। अब केवल भाजपा उम्मीदवार की घोषणा की प्रतीक्षा की जा रही है। इससे पहले सपा,आप, कांग्रेस द्वारा अपने उम्मीदवारों की घोषणा की जा चुकी है।
मेरठ नगर निगम में महापौर का पद अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित है। 2017 में महापौर पद अनुसूचित जाति महिला के लिए आरक्षित था। उस समय बसपा की सुनीता वर्मा ने भाजपा की कांता कर्दम को हराकर चुनाव जीता था। मेरठ में अभी तक सपा ने पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष सीमा प्रधान, कांग्रेस ने नसीम कुरैशी और आम आदमी पार्टी ने रिचा सिंह को उम्मीदवार घोषित किया है।
मंगलवार की देर रात बसपा ने भी अपने पत्ते खोलते हुए निगम राजनीति के जानकार पूर्व पार्षद हशमत मलिक को अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया। लखनऊ में पार्टी मुखिया मायावती के साथ बैठक के बाद बसपा उम्मीदवार की घोषणा की गई। तेली(मुस्लिम) बिरादरी से आने वाले हशमत पर दांव लगाकर बसपा ने चुनावी जंग को रोचक कर दिया है। बसपा उम्मीदवार तीन बार महापौर पद पर जीत हासिल कर चुके हैं। जबकि भाजपा उम्मीदवार दो बार महापौर का चुनाव जीते हैं। सपा द्वारा गुर्जर बिरादरी से सरधना विधायक अतुल प्रधान की पत्नी सीमा प्रधान को उम्मीदवार बनाया गया। अभी तक कोई दमदार मुस्लिम उम्मीदवार सामने नहीं आने से सपा नेता खुद को चुनावी जंग में सबसे आगे मान रहे थे। बसपा से मुस्लिम उम्मीदवार आने से भाजपा नेताओं में खुशी की लहर दौड़ गई है। हालांकि कांग्रेस ने नसीम कुरैशी को अपना उम्मीदवार बनाया है। अब भाजपा के उम्मीदवार की घोषणा की प्रतीक्षा की जा रही है।
भाजपा की ओर से दमदार उम्मीदवार सामने आने पर महापौर पद पर त्रिकोणीय मुकाबला होने के आसार बन रहे हैं। बसपा जिलाध्यक्ष मोहित आनंद के मुताबिक, बसपा ने अपने पुराने कार्यकर्ता को उम्मीदवार घोषित करके मुस्लिम समाज को सम्मान दिया है। उनकी पार्टी दमदार तरीके से नगर निकाय चुनाव लड़ेगी।
कुलदीप/राजेश तिवारी