हम सबको मिलकर उत्तर प्रदेश की छवि को बदलने का काम करना है: महाना
-संवाद कार्यक्रम में बोले विधानसभा अध्यक्ष, विधायकों ने भी रखे अपने विचार
लखनऊ (हि.स.)। उत्तर प्रदेश विधान सभा के अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि विधायक इस बात का प्रयास करें कि देश और दुनिया में उत्तर प्रदेश की छवि और निखरे। महाना ने कहा कि सीखने की कोई समय सीमा नहीं होती है। हमारी संवैधानिक व्यवस्था है। उसकी जानकारी आम जनमानस को नहीं है। हम सबको मिलकर उत्तर प्रदेश की छवि को बदलने का काम करना है। धीरे-धीरे प्रदेश की छवि बदल रही है। नए विधायकों को और बेहतर बनाने का काम करना है।
यह बात विधान सभा अध्यक्ष सतीश महाना ने मंगलवार को विधान भवन हाल में उन सदस्यों से कही जो व्यवसायिक रूप से इंजीनियरिगं एवं प्रबन्धन के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि आप लोग अधिकारियों के साथ बैठक में विश्वास के साथ जाएं। आप अपने अनुभव को अधिकारियों के साथ मीटिंग में रखें। ताकि आपकी प्रतिभा का लाभ जनता को मिल सके। उन्होंने कहा कि विधायकों को ध्यान देने की जरूरत है कि वह अपने जिले की विधानसभा में कैसे अलग दिख सकते हैं।
विशेष रूप से बुलाये गये एचबीटीयू के कुलपति प्रोफेसर विनय कुमार पाठक ने कहा कि इंजीनियरिगं एवं मैनेजमेंट से जुड़े विधायक बदलाव ला सकते हैं। अगले 20 साल बदलाव का संकेत है जिसके पास डेटा होगा वो राज करेगा। वह उतना ही पावरफुल और डिसीजन मेकिंग होगा। गैर सरकारी संगठनों और सोशल इंपावरमेंट पर काम करने वालों से भी हम मदद ले सकते हैं। इसके साथ ही अन्य राज्यों में क्या हो रहा है उन पर भी निगाह रखने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि अपने प्रदेश में मैनेजमेंट इंस्टिट्यूट है। वहां पर जाकर और अधिक सीखने को मिल सकता है।
विधायक हर्षवर्धन वाजपेई, संजय कुमार शर्मा, अजय सिंह, नन्द किशोर गुर्जर, अनिल कुमार त्रिपाठी, उमर अली, सुहेब उर्फ मन्नू अंसारी, डॉ. सुरभि, मुकेश चौधरी, अनुराग सिंह, इंजी बृजेश कठेरिया, वीरेन्द्र चौधरी सहित अन्य सदस्यों ने अपने-अपने सुझाव दिये।
विधान सभा के प्रमुख सचिव प्रदीप दुबे ने कहा कि कम समय में ही अध्यक्ष ने यूपी को एक नई पहचान बनाने का काम किया है। अब देश की विधान सभाओं में बदलाव की चर्चा होगी तो उसमें अध्यक्ष का मुख्य भूमिका की चर्चा जरूर होगी।
दिलीप शुक्ल