हथकरघा उद्योग एवं रोजगार बढ़ाने के उद्देश्य से प्रदर्शनी में लगाया गया न्यू मॉडल चरखा
कानपुर(हि.स.)। राष्ट्रीय श्रम हितकारी केंद्र सेंट्रल पार्क शास्त्री नगर में लगी 15 दिवसीय मण्डल स्तरीय प्रदर्शनी एनएमजी न्यू मॉडल चरखे से महिला मजदूरों को कम परिश्रम में अधिक लाभ कमा सकती है। यह जानकारी चरखे के तकनीकी जानकार एवं मकैनिक दिनेश कुमार शर्मा ने बताया कि यह आठ चक्र वाला चरखा है। कानपुर के कल्पतरु सेवा समिति वर्रा दो में खादी ग्रामोद्योग बोर्ड ने गांधी ग्राम योजना के तहत इसे रोजगार को बढ़ावा देने के लिए लाया गया था। इस समिति में इसकी संख्या 16 है। हालांकि वहां पहले लकड़ी वाले चरखे से भी काम किया जाता था। बाद में यह चरखा मिल जाने से इस पर काम करने वाले हथकरघा मजदूरों के आय के स्रोत भी बढ़े है और धागा तैयार करने की मात्रा में भी वृद्धि हुई है।
दिनेश कुमार शर्मा ने बताया कि कुछ मजदूर इसे अपने घरों में रखकर काम करते है। माल तैयार करने के बाद, उसे समिति के पास पहुंचा देते है और वहां से उन्हें पुन: कच्चा माल मिल जाता है।
रोजगार बढ़ावा देने के लिए तीन चरखे इस प्रदर्शनी में लगाए गये हैं। इसका मुख्य उद्देश्य यह है कि इसे चलता देख कर अन्य महिलाएं और बेरोजगार युवक व युवतियां इसका संचालन सीखें और खुद रोजगार घर पर करने के लिए आकर्षित हों।
खादी एवं हथकरघा के महासंघ अध्यक्ष खादी सुरेश गुप्ता इस प्रदर्शनी में इस हथकरघा को लगाने का मुख्य उद्देश्य इसका प्रचार-प्रसार हो । अन्य महिलाएं और बेटियां इसका प्रशिक्षण लेकर अपने घर पर अपना रोजगार शुरू कर सकती हैं।
राम बहादुर/सियाराम