सामाजिक कार्यकर्ता ज़ैनब सिद्दीकी के पिता को पुलिस ने हिरासत में लिया
-सीएए एनआरसी प्रदर्शन के मामले में पुलिस की कार्रवाई शुरु
लखनऊ (हि.स.)। सामाजिक कार्यकर्ता ज़ैनब सिद्दीकी के घर हसनगंज थाना की पुलिस पर उनके छोटे भाई-बहनों को बुरी तरह मारने और उनके पिता को थाने पर बैठाने का आरोप है। जैनब के पिता को अभी खबर लिखे जाने तक भी पुलिस ने अपनी हिरासत में रखा हुआ है, जबकि उनके नाबालिग भाई को छोड़ दिया गया है।
इस मामले में जैनब सिद्दीकी ने बताया कि देर रात को उनके घर पर सादी वर्दी में पुलिस उनकी फोटो लेकर पहुंची। जैनब के बारे में पूछा और जब वह नहीं मिली तो पिता को अपने साथ थाने चलने की बात कही। उनके भाई बहनों ने जब इसका विरोध किया तो उन्हें सड़क पर दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। पुलिस वाले पिता को पकड़ कर थाने ले गए। आरोप है कि बहन और मां को भी थाने में बैठा कर रखा गया।
जैनब ने कहा कि मेरे परिवार पर पुलिस की ये दमनात्मक कार्रवाई तब हुई है, जबकि मेरा नाम सीएए और एनआरसी विरोधियों यानी हिंसा के लिए जिम्मेदार ठहराये गये लोगों में शामिल नहीं है। मैं हमसफर नाम के एक सामाजिक संगठन से जुड़ी हूं। ये संगठन महिलाओं-बच्चियों के लिए काम करते हैं। मुझे समझ नहीं आ रहा कि पुलिस ने इस तरह मेरे घर पर आकर हरकत क्यों की है। इस मामले में पुलिस के अधिकारी अभी कुछ भी कहने से बच रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि पिछले साल 19 दिसम्बर को लखनऊ में सीएए-एनआरसी को लेकर बेहद उग्र और हिंसक प्रदर्शन हुआ था। इस मामले में पुलिस ने 287 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी। इनके खिलाफ आगजनी, तोड़फोड़, मारपीट, लोक संपत्ति नुकसान निवारण अधिनियम व सरकारी कार्य में बाधा समेत अन्य धाराओं में कुल 63 मुकदमे दर्ज किए गए थे।
लगे पोस्टर
इसको लेकर लखनऊ के थाना ठाकुरगंज में दर्ज मुकदमे के तहत मौलाना सैफ अब्बास सहित 14 अन्य आरोपियों के पोस्टर लगाए गए हैं। पुलिस की मानें तो जिन प्रदर्शनकारियों पर इनाम घोषित है, इनमें से 8 को गैंगस्टर के मुकदमे में वांटेड घोषित किया गया है। इन आरोपियों के घरों के बाहर पुलिस ने नोटिस भी चस्पा करवा दिया है। पुलिस ने प्रदर्शन में शामिल रहे आरोपी जैनब सिद्दीकी के पिता नईम को हिरासत में ले लिया है।