सलाम का जवाब!

शंभूनाथ शुक्ल

आपने किसी को नमस्ते, नमस्कार, प्रणाम, सलाम या आदाब बोला, तो सामने वाले का रिस्पांस ही आपकी हैसियत को बताता है। इसे प्रत्याभिवादन कहते हैं। यह बहुत महत्त्वपूर्ण है। प्रत्याभिवादन के अन्दाज़ से समाज में शूद्रत्त्व, दासत्त्व और स्त्री ग़ुलामी की शुरुआत हुई। इसे सूत्र-वाक्य न समझें, बल्कि कभी महसूस करें। याद करिए, गाँव में जब कोई आपको देख कर उठ खड़ा होता था और आपके पद के अनुरूप अभिवादन करता था, तो आप क्या करते थे। किसी को उसी गर्मजोशी के साथ, तो किसी को ढीले-ढाले अन्दाज़ में जवाब दिया। कहीं हथेली को माथे तक ले गए तो किसी को जवाब सिर हिला कर दिया। बहुत जो खड़े होते थे, उनके अभिवादन का जवाब तक नहीं देते थे। आज भी यही सब देखने को मिलता है। वास्तविक दुनियाँ में भी और आभासी दुनियाँ में भी।
मुझे अक्सर पुस्तक मेलों तथा सभा-गोष्ठियों में इसका अहसास होता है।चिंतक साहित्यकार ख़ासकर बौद्धिक वर्ग जब मिलता है तो वह अभिवादन का जवाब तक नहीं देता। प्रत्याभिवादन से ही समाज में आपकी जाति, दर्जे, मज़हब और आर्थिक हैसियत का पता चलता है। जातियों, मज़हबों और लैंगिक भेदभाव का यह रिस्पांस जीता-जागता प्रमाण है। वैचारिक दूरियों का भी। नामी-गिरामी लेखक, कलाकार, कवि, चिंतक और फ़ेमिनिस्ट अक्सर अभिवादन का जवाब नहीं देते अथवा देतीं।वे आपको पहचानने से मना कर देते हैं। आपके नाम या सरनेम का ग़लत उच्चारण करते हैं, ऐसा वे जान-बूझ कर कर रहे होते हैं। यहाँ तक कि आप चाहे जितना उनके पीछे घुसो, वे आपकी दरो-दीवार पर झांकने नहीं आते। मैं तो कहता हूँ, “माटी डालो ऐसे माटी-मिलों” पर। पाणिनि के ’अष्टाध्यायी’ को पढ़ो, ग्रामर को पढ़ो और धातु-रूपों का अध्ययन करो, आपको पता चल जाएगा, कि कैसे प्रथम वचन और अन्य बचन में यह फ़ासला आया। यह व्याकरण और शब्द संसार ही शूद्रभाव, दास भाव तथा स्त्रियों की गिरती स्थिति को बताते हैं।

हमारी अन्य खबरों को पढ़ने के लिए www.hindustandailynews.com पर क्लिक करें।

आवश्यकता है संवाददाताओं की

तेजी से उभरते न्यूज पोर्टल www.hindustandailynews.com को गोण्डा जिले के सभी विकास खण्डों व समाचार की दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थानों तथा देवीपाटन, अयोध्या, बस्ती तथा लखनऊ मण्डलों के अन्तर्गत आने वाले जनपद मुख्यालयों पर युवा व उत्साही संवाददाताओं की आवश्यकता है। मोबाइल अथवा कम्प्यूटर पर हिन्दी टाइपिंग का ज्ञान होना आवश्यक है। इच्छुक युवक युवतियां अपना बायोडाटा निम्न पते पर भेजें : jsdwivedi68@gmail.com
जानकी शरण द्विवेदी
सम्पादक
मोबाइल – 9452137310

कलमकारों से ..

तेजी से उभरते न्यूज पोर्टल www.hindustandailynews.com पर प्रकाशन के इच्छुक कविता, कहानियां, महिला जगत, युवा कोना, सम सामयिक विषयों, राजनीति, धर्म-कर्म, साहित्य एवं संस्कृति, मनोरंजन, स्वास्थ्य, विज्ञान एवं तकनीक इत्यादि विषयों पर लेखन करने वाले महानुभाव अपनी मौलिक रचनाएं एक पासपोर्ट आकार के छाया चित्र के साथ मंगल फाण्ट में टाइप करके हमें प्रकाशनार्थ प्रेषित कर सकते हैं। हम उन्हें स्थान देने का पूरा प्रयास करेंगे :
जानकी शरण द्विवेदी
सम्पादक
E-Mail : jsdwivedi68@gmail.com

error: Content is protected !!