सर्दी से फसलों को पाले से बचाने के लिए किसान गंधक का छिड़काव करें
कानपुर(हि.स.)। वायुमंडल का तापमान 4 डिग्री सेल्सियस से कम तथा 0 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है तो पाला पड़ता है। ऐसी स्थिति में फसलों को बचाने के लिए 0.1% गंधक का छिड़काव करें जिससे खेत का तापमान बढ़ जाता है। यह जानकारी रविवार को हिन्दुस्थान समाचार के प्रतिनिधि से देते हुए चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के अधीन संचालित कृषि विज्ञान केंद्र दलीप नगर के मृदा वैज्ञानिक डॉ खलील खान ने दी।
उन्होंने बताया कि जब सर्दी चरम पर होती है। ऐसे में किसानों को अपनी फसलों को बचाने की चिंता होती है। उन्होंने कहा कि कड़क सर्दी के कारण फसलों पर पाला पड़ने की आशंका बढ़ जाती है। जिसमें रबी की फसलों को काफी नुकसान पहुंचता है। उन्होंने कहा कि किसान अपनी आलू और अरहर, चना, सरसों,तोरिया,बागवानी फसलें, गेहूं,जौं आदि फसलों को बचाएं। जब वायुमंडल का तापमान 4 डिग्री सेल्सियस से कम तथा 0 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है तो पाला पड़ता है। इससे फसलों को बचाने के लिए 0.1% गंधक का छिड़काव करें, जिससे खेत का तापमान बढ़ जाता है। और पाले से होने वाले नुकसान से फसल को बचाया जा सकता है। इसके अतिरिक्त नर्सरी को पुआल से ढक कर रखें साथ ही खेतों में उत्तर पश्चिम दिशा में वायु रोधक टट्टियाँ लगाकर शीतलहर की वायु को रोका जा सके।
उन्होंने किसानों को सलाह दी है कि जब पाला पड़ने की संभावना हो तो खेत में हल्की सिंचाई कर दें। जिससे कि मिट्टी का तापमान बढ़ जाता है व पाले से फसल की सुरक्षा होती है।
राम बहादुर/बृजनंदन