सपा प्रदर्शनकारियों पर लखनऊ में लाठीचार्ज, नेता विपक्ष रामगोविंद चौधरी ने आवास पर दिया धरना
-किसान आन्दोलन के समर्थन में पार्टी का प्रदेशव्यापी प्रदर्शन, पुलिस बल मुस्तैद
लखनऊ (हि.स.)। कृषि कानूनों के विरोध में किसानों के आन्दोलन के समर्थन में समाजवादी पार्टी सोमवार को प्रदेश व्यापी प्रदर्शन कर रही है। ये प्रदर्शन सभी जिला मुख्यालयों में किए जा रहे हैं। वहीं विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामगोविन्द चौधरी राजधानी में अपने सरकारी आवास के गेट पर ही धरने पर बैठ गए। पुलिस ने उन्हें अपने आवास से निकलने पर रोका। इस पर उन्होंने वहीं धरना देकर अपना विरोध दर्ज कराया।
राजधानी में सोमवार को सपा कार्यकर्ताओं ने कैसरबाग में प्रदर्शन किया। कलेक्ट्रेट जाते हुए पुलिस ने उन्हें बेरिकेडिंग कर रोका। इस पर कार्यकर्ता आक्रोशित हो गए और उन्होंने पुलिस का विरोध किया। स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज भी करना पड़ा। प्रदर्शन के दौरान कई नेताओं-कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया।
पार्टी अध्यक्ष अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोमवार को भी प्रदर्शन को लेकर भाजपा पर शायराना अंदाज में ट्वीट करके निशाना साधा। उन्होंने कहा कि ‘रख देता पलटकर सर के बल हल्का न समझो हल का बल।’ पार्टी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत किसानों के समर्थन में शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया जा रहा है। इसके मद्देनजर ज्ञापन देने जा रहे सपा कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज, गिरफ्तारी लोकतंत्र की हत्या है। तानाशाह मुख्यंत्री चाहे जितना दमन, अत्याचार कर लें, अन्नदाता से अन्याय पर सड़क से लेकर सदन तक समाजवादियों का संघर्ष जारी रहेगा।
सीतापुर में प्रदर्शन के कारण पूरे जिले में हाई अलर्ट रहा। इस दौरान सपा और किसान संगठनों को प्रदर्शन से रोकने के लिए प्रशासन व पुलिस मशक्कत करती रही। शहर में विधान परिषद सदस्य आनंद भदौरिया के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने गांधी पार्क पंहुचकर धरना दिया। पुलिस फोर्स ने पहुंचकर सभी को गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान आनंद भदौरिया ने केन्द्र सरकार को किसान विरोधी बताया। उन्होंने कहा किसानों की आय दोगुनी करने का सब्जबाग दिखाने वाली मोदी सरकार ने कृषि बिल लागू कर साबित कर दिया कि वह किस कदर छलावा करने में माहिर है। गिरफ्तार सपा नेताओं-कार्यकर्ताओं को पुलिस लाइन ले जाया गया।
अयोध्या में पूर्व कैबिनेट मंत्री अवधेश प्रसाद, पूर्व मंत्री आनंद सेन यादव, पूर्व राज्यमंत्री पवन पांडे, छात्र सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल सिंह व जिलाध्यक्ष गंगा सिंह यादव को नजरबंद कर दिया गया है।
बाराबंकी के छाया चौराहे पर प्रदर्शन कर रहे सपा युवजन सभा के कई कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया। सभी को पुलिस लाइन ले जाया गया है। वहीं विधान परिषद सदस्य राजेश यादव के नेतृत्व में गांधी भवन में कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। पूर्व मंत्री अरविंद सिंह गोप अपने घर पर ही धरने पर बैठे। जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक ने स्थिति का जायजा लेने के लिए शहर में भ्रमण किया।
गोरखपुर में कृषि कानून के विरोध में रैली निकाल रहे सपा के पूर्व विधायक यशपाल सिंह रावत समेत कई कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। बाद में सभी को निजी मुचलके पर रिहा कर दिया गया। इससे पहले पूर्व विधायक व कार्यकर्ता ट्रैक्टर-ट्रॉलियों पर सवार होकर भीटी रावत चौराहे पर पहुंचे। यहां पुलिस टीम ने पूर्व विधायक के अलावा विधानसभा क्षेत्र अध्यक्ष गिरीश यादव, पूर्व उपाध्यक्ष रामनाथ यादव, राजेंद्र यादव, जिला पंचायत सदस्य राम जतन यादव, अधिवक्ता इंद्रेश प्रसाद सहित कई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया। इस बीच पुलिस से उनकी झड़प भी हुई। पूर्व विधायक ने कहा कि केंद्र सरकार किसान विरोधी है। सपा किसानों के साथ है। केंद्र व प्रदेश सरकार के झूठे वादों से जनता तंग आ चुकी है।
कासगंज में कलक्ट्रेट के बाहर प्रदर्शन के दौरान सपा कार्यकर्ताओं ने केन्द्र व प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। धरनास्थल पर सपा नेता बैलगाड़ियों पर सवार होकर आए। कई बैलगाड़ियों पर सपा के कार्यकर्ता सवार थे। पूर्व सांसद एवं सपा जिलाध्यक्ष देवेंद्र सिंह यादव ने मोदी सरकार को दमनकारी सरकार बताया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार किसानों का दमन करने पर जुटी है। किसानों की मांगों को लगातार अनसुना किया जा रहा है। सरकार लोकतंत्र का गला घोंट रही है।
कन्नौज में प्रदर्शन को देखते हुए जिला प्रशासन व पुलिस फोर्स ने देर रात से ही नेताओं को हिरासत में ले लिया। कलेक्ट्रेट परिसर को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया। सपा कार्यालय में कार्यकर्ताओं ने पूर्व ब्लॉक प्रमुख नवाब सिंह यादव की अगुवाई में अर्धनग्न प्रदर्शन किया। यहां तक जुटने में सपाइयों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। सपा कार्यकर्ताओं की पुलिस व प्रशासन से नोकझोंक भी हुई। हिरासत में लेकर सभी को बसों से अस्थायी रूप से बनाए गए स्थान पर रखा गया। सदर विधायक अनिल दोहरे समेत तिर्वा, छिबरामऊ तहसील क्षेत्रों में भी पूर्व विधायकों व बड़े नेताओं को उनके आवास से हिरासत में ले लिया गया।
किसान आन्दोलन की आड़ में गड़बड़ी फैलाना चाहते हैं आपराधिक तत्व इस बीच प्रदेश में हो रहे प्रदर्शनों को लेकर अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशान्त कुमार ने कहा कि कुछ ऐसे आपराधिक तत्व हैं जो किसान आन्दोलन की आड़ में कुछ गड़बड़ी फैलाना चाहते हैं, ऐसे लोगों पर प्रशासन स्थानीय स्तर पर कार्रवाई कर रहा है।