व्यापार : 100 अरब डॉलर मार्केट कैप वाली कंपनी बनी रिलायंस रिटेल
योगिता पाठक
नई दिल्ली (हि.स.)। कोरोना के संक्रमण काल में तमाम कंपनियों पर काफी बुरा असर पड़ा है। ज्यादातर कंपनियों का कामकाज प्रभावित होने के कारण उनका मार्केट कैपिटलाइजेशन बुरी तरह से कम हुआ है। ऐसे समय में रिलायंस समूह की कंपनी रिलायंस रिटेल ने बड़ी कामयाबी हासिल की है।
रिलायंस रिटेल का मार्केट कैपिटलाइजेशन (बाजार पूंजीकरण) 100 अरब डॉलर से अधिक का हो गया है। मार्केट कैपिटलाइजेशन का ये स्तर पाने वाली रिलायंस रिटेल देश की चौथी कंपनी है। रिलायंस रिटेल फल और सब्जी जैसे किचन के लिए जरूरी सामान से लेकर टीवी और मोबाइल जैसे इलेक्ट्रॉनिक गजट तक की बिक्री का काम करती है।
नन लिस्टेड मार्केट (गैर सूचीबद्ध बाजार) में रिलायंस रिटेल के नन लिस्टेड शेयर की कीमत फिलहाल 1,500 रुपये से ऊपर है। पिछले साल जनवरी से लेकर अभी तक की अवधि में इन शेयरों की कीमत 3 गुना से ज्यादा बढ़ चुकी है। 1,500 रुपये प्रति शेयर के भाव पर रिलायंस रिटेल का बाजार पूंजीकरण करीब 7.5 लाख करोड़ रुपये का हो चुका है। सबसे बड़ी बात ये है कि इस कंपनी पर कर्ज का कोई बोझ नहीं है।
उल्लेखनीय है कि 2019 में रिलायंस रिटेल के नन लिस्टेड शेयर फिसल कर 400 रुपये के स्तर तक पहुंच गए थे। उस वक्त रिलायंस इंडस्ट्रीज ने एक स्कीम के तहत रिलायंस रिटेल के 4 शेयरों के बदले रिलायंस इंडस्ट्रीज का एक शेयर देने की पेशकश की थी। लेकिन उस समय की गिरावट के बाद के दिनों में रिलायंस रिटेल के शेयर की कीमत में जबरदस्त इजाफा हुआ और फिलहाल ये 1,500 से लेकर 1,550 के दायरे में रहकर नन लिस्टेड मार्केट में कारोबार कर रहा है।
जहां तक कंपनी की वित्तीय स्थिति की बात है, तो 31 दिसंबर 2020 को खत्म हुई तिमाही में रिलायंस रिटेल के नेट प्रॉफिट में पिछले साल की तुलना में 88 फीसदी की बढ़ोतरी हुई थी। इसका कुल लाभ 1,830 करोड़ रुपये हो गया था। वहीं इसका टर्नओवर 37,845 करोड़ रुपये हो गया था।
माना जा रहा है कि रिलायंस रिटेल के इलेक्ट्रॉनिक स्टोर ने पूरे साल के दौरान लगातार अच्छा कारोबार किया है। इसी तरह रिलायंस रिटेल के फैशन और लाइफस्टाइल कारोबार में भी लगातार तेजी बनी रही है। इसी के बल पर रिलायंस ग्रुप में रिटेल कारोबार करने वाली इस इकाई ने 100 अरब डॉलर से ज्यादा का मार्केट केपीटलाइजेशन हासिल करने में कामयाबी प्राप्त की है।