व्यापार : नाम में ऑक्सीजन होने से बढ़ गए दाम, खुलासा हुआ तो मच गई भगदड़
योगिता पाठक
नई दिल्ली (हि.स.)। आम बोलचाल में लोग अक्सर कहते हैं कि नाम में क्या रखा है, लेकिन भारतीय शेयर बाजार ने साबित कर दिया है कि नाम से ही बहुत कुछ हो जाता है। शेयर बाजार में लिस्टेड एक कंपनी के शेयर सिर्फ कंपनी के नाम के कारण ही जबरदस्त ऊंचाई पर पहुंच गए। लोगों ने न कंपनी के बारे में जानने की कोशिश की, न कोई रिसर्च किया, बस उसका नाम देखकर ही उसमें पैसे लगाते चले गए।
कोरोना के बढ़ते प्रकोप के कारण भारतीय शेयर बाजार में फार्मा सेक्टर लगातार कुलांचे भर रहा है। इसके साथ ही उन कंपनियों के भी वारे न्यारे हो गए हैं, जिनके नाम के साथ ऑक्सीजन लगा हुआ है। निवेशकों ने ऐसी कंपनियों में बिना ये पता लगाए कि वे ऑक्सीजन का कारोबार करती हैं या नहीं, उनमें जमकर निवेश किया।
एक ऐसी ही कंपनी, जिसके नाम में ऑक्सीजन लगा हुआ है, के शेयर दो महीने में 157 फीसदी तक उछल गए, लेकिन सोमवार को ही खुलासा हुआ कि इस कंपनी का ऑक्सीजन के कारोबार से अब कोई संबंध नहीं है, बल्कि ये नन बैंकिंग फाइनेंस कंपनी (एनबीएफसी) है, तो आज मंगलवार को इसके दाम में भारी गिरावट हुई और 5 फीसदी का लोअर सर्किट लग गया।
उल्लेखनीय है कि कोरोना के कारण ऑक्सीजन की मांग में अचानक काफी तेजी आई है। इसके कारण निवेशक उन कंपनियों में जमकर पैसे लगा रहे हैं, जो ऑक्सीजन का कारोबार करती हैं, लेकिन कई निवेशक बिना किसी रिसर्च के ही सिर्फ नाम देखकर पैसा लगा देते हैं। ऐसे निवेशकों ने पिछले दो महीने के दौरान बॉम्बे ऑक्सीजन इनवेस्टमेंट्स नाम की कंपनी में जमकर निवेश किया।
एक फरवरी को बॉम्बे ऑक्सीजन इंवेस्टमेंट्स के एक शेयर की कीमत 9,965 रुपये थी, जो कल यानी 19 अप्रैल को बढ़कर 24,574.85 रुपये हो गई। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान खासकर मार्च के आखिरी सप्ताह से लेकर अभी तक के समय में ऑक्सीजन की मांग काफी तेजी से बढ़ी है। लिहाजा निवेशकों ने भी इस कंपनी को हाथों हाथ लिया। खासकर अप्रैल में ऑक्सीजन की किल्लत की खबरें आने के बाद इस कंपनी के शेयर में लोगों ने जमकर पैसे लगाए।
एक अप्रैल को इस कंपनी के एक शेयर की कीमत 11,255 रुपये थी, जो सोमवार यानी 19 अप्रैल के कारोबार के दौरान पांच फीसदी के अपर सर्किट के साथ 24,574.85 रुपये हो गई थी। यानी सिर्फ अप्रैल के महीने में ही इसकी कीमत में करीब 120 फीसदी की उछाल आ गई। एक ओर देश में ऑक्सीजन की मांग बढ़ रही थी और दूसरी ओर इस कंपनी के शेयर की मांग बढ़ रही थी। इसके कारण 12 से 19 अप्रैल के बीच कंपनी के शेयर में रोज अपर सर्किट लगता रहा।
लेकिन कल ही एक निजी चैनल ने इस बात का खुलासा किया ये कंपनी ऑक्सीजन का कारोबार नहीं करती, बल्कि एक एनबीएफसी है। अगस्त 2019 के पहले तक ये कंपनी इंडस्ट्रियल गैस की सप्लाई का काम अवश्य करती थी, लेकिन उसके बाद से इसका गैस के कारोबार से कोई संबंध नहीं है।
इस खबर के चलने के बाद आज जब शेयर बाजार का काम शुरू हुआ तो कंपनी के शेयर में निवेश कर चुके लोगों ने भारी बिकवाली शुरू कर दी, जिससे कुछ ही देर में इसमें 5 फीसदी का लोअर सर्किट लग गया। अब कंपनी के शेयर में तेजी का बुलबुला फूट चुका है और इसमें आज से करेक्शन की शुरुआत हो चुकी है। आज कंपनी के शेयर 5 फीसदी लोअर सर्किट लगकर 23,346 रुपये पर बंद हुए। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में इसमें करेक्शन का दौर जारी रह सकता है, जिसके कारण इसके भाव में भारी गिरावट भी आ सकती है।