विश्वविद्यालय के चांसलर पद से हटाए गए केरल के गवर्नर
नेशनल डेस्क
तिरुवनंतपुरम। केरल में राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान और सरकार के बीच का टकराव अकसर देखने को मिलता है। एक तरफ गवर्नर राज्य सरकार की आलोचना करने से पीछे नहीं हटते। वहीं राज्य सरकार भी गवर्नर के फैसलों को अलोकतांत्रिक ठहराते रहते हैं। अब सरकार ने बड़ा फैसला करते हुए राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को कलामंडलम डीम्ड टू विश्वविद्यालय को चांसलर के पद से हटा दिया है। बताया जा रहा है कि अब कला और संस्कृति से संबंधित किसी प्रतिष्ठित व्यक्ति को यह पद दिया जाएगा। बता दें कि खान और राज्य सरकार के बीच विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की नियुक्ति को लेकर टकराव चल रहा है। सरकार विधानसभा में एक अध्यादेश लाकर शिक्षण संस्थानों के शीर्ष पदों से राज्यपाल को हटाना चाहती है। यह टकराव अगस्त में शुरू हुआ था जब केरल विधानसभा में एक अध्यादेश लाकर लोकायुक्त और राज्यपाल की शक्तियों को कम कर दिया गया था। केरल सरकार का कहना है कि वह नहीं चाहती कि राज्यपाल विश्वविद्यालयों के शीर्ष पदों पर रहें। राज्य सरकार ने कला और संस्कृति से संबंधित डीम्ड विश्वविद्यालय के नियमों में संशोधन का आदेश जारी किया है। सरकार के आदेश में कहा गया है कि आगे से कलामंडलम विश्वविद्यालय की शासन और प्रणाली से संबंधित सारे फैसले सरकार के अनुरूप होंगे। केरल के उच्च शिक्षा मंत्री आर बिंदु ने कहा है कि अगर राज्यपाल को कुलाधिपति पद से हटाने वाले अध्यादेश पर राज्यपाल हस्ताक्षर नहीं करेंगे तो अगले महीने विधानसबा में विशेष सत्र बुलाया जाएगा। शिक्षा मंत्री ने कहा कि राज्यपाल अगर सरकार से सहमत नहीं होंगे तो सरकार अपना रुख स्पष्ट करेगी। वहीं राज्यपाल का कहना है कि ऐसा विवादास्पद अध्यादेश वह राष्ट्रपति को भेज देंगे। बता दें कि कांग्रेस और भाजपा दोनों ने ही केरल सरकार के इस फैसले का विरोध किया है।
आवश्यकता है संवाददाताओं की
तेजी से उभरते न्यूज पोर्टल www.hindustandailynews.com को गोंडा जिले के सभी विकास खण्डों व समाचार की दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थानों तथा देवीपाटन, अयोध्या, बस्ती तथा लखनऊ मण्डलों के अन्तर्गत आने वाले जनपद मुख्यालयों पर युवा व उत्साही संवाददाताओं की आवश्यकता है। मोबाइल अथवा कम्प्यूटर पर हिन्दी टाइपिंग का ज्ञान होना आवश्यक है। इच्छुक युवक युवतियां अपना बायोडाटा निम्न पते पर भेजें : jsdwivedi68@gmail.com OR 9452137310 (WhatsApp)
जानकी शरण द्विवेदी