‘विज्ञान फिल्म निर्माण’ के गुर सीखेंगे ‘पूर्वांचल के युवा’, तीन दिवसीय कार्यशाला में मिलेगा मौका
गोरखपुर (हि.स.)। पूर्वांचल के युवाओं को तीन दिनों तक विज्ञान फ़िल्म निर्माण के गुर सीखने का मौका मिलने वाला है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के हिंदी एवं पत्रकारिता विभाग के संयुक्त प्रयास से यह संभव होगा।
बुधवार से शुरू होने वाली इस तीन दिवसीय ‘विज्ञान फिल्म निर्माण कार्यशाला’ का आयोजन भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के अधीन स्वायत्तशासी संस्था विज्ञान प्रसार एवं हेरिटेज फाउंडेशन के तत्वावधान में होना है।
हेरिटेज फाउंडेशन की संरक्षिका एडवोकेट अनीता अग्रवाल एवं ट्रस्टी अनिल तिवारी के मुताबिक गोरखपुर विश्वविद्यालय के हिंदी एवं पत्रकारिता विभाग में बुधवार की सुबह 10 बजे कार्यशाला का उदघाटन कुलपति प्रोफेसर राजेश सिंह के हाथों होगा।
सुबह 09 बजे शुरू होगा
छात्रों का रजिस्ट्रेशन छात्रों का पंजीकरण सुबह 9 बजे से यानी उद्घाटन के ठीक पहले शुरू होगा। कार्यशाला में एफटीआईआई से जुड़े विषय विशेषज्ञ फिल्म निर्देशक ऋतेश तकाशंडे, बाबू बनारसी दास विश्वविद्यालय के मास कम्युनिकेशन विभाग के अध्यक्ष एवं विज्ञान फिल्म विशेषज्ञ जेसी विक्रम मौजूद रहेंगे।
यह मिलेगा प्रशिक्षण
अनीता अग्रवाल ने बताया कि इस कार्यशाला में फिल्म निर्माण, शोध, स्क्रिप्ट राइटिंग, एडिटिंग, वॉयसओवर और अन्य तकनीकी पक्षों में प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया जाएगा। उन्हें फिल्म बनाने का मौका भी मिलेगा। आखिर में सभी प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट भी बांटे जाएंगे। प्रतिभागियों का पंजीकरण नि:शुल्क है।
यू-ट्यूबर्स को भी मौका
विश्वविद्यालय के छात्रों के अलावा शहर के यू-ट्यूबर, साइंस और फिल्म में लगाव रखने वाले छात्र एवं युवा भी शामिल हो सकते हैं। इन्हें भी मौका मिलेगा और भविष्य के अवसर प्रदान किये जायेंगे। कौशल निखारने के सही अवसर अनीता अग्रवाल ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यूपी में अत्याधुनिक फिल्म सिटी की स्थापना करने जा रहे हैं। ऐसे में गोरक्षभूमि पर प्रसार भारती की पहली बार विज्ञान फिल्म निर्माण की कार्यशाला का आयोजन, युवाओं को अपने कौशल को निखारने का बेहतरीन अवसर है। ऐसी कार्यशालाएं युवाओं को और बेहतर और सक्षम बनाएंगी। फिल्म जैसा सशक्त माध्यम विषयों और विचारों को अभिव्यक्त करने और लोगों तक पहुंचाने का काम बहुत बेहतर तरीके से करता है।]