वाराणसी में ऑपरेशनल रेडीनेस’ के तहत चिकित्सालयों में कोविड मॉक ड्रिल

जिले की 13 चिकित्सा इकाईयों में परखीं गई कोविड प्रबंधन की तैयारियां

वाराणसी (हि.स.)। जिले में बढ़ते कोरोना संकट को देख स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है। मंगलवार को कोविड-19 संक्रमण के प्रबंधन व तैयारियों को परखने के लिए ‘ऑपरेशनल रेडीनेस’ के अंतर्गत कोविड मॉक ड्रिल किया गया। पूर्वाभ्यास जिले के छह सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों, पं. दीनदयाल उपाध्याय चिकित्सालय, बीएचयू स्थित सर सुंदरलाल चिकित्सालय समेत 13 चिकित्सा इकाइयों पर हुआ ।

डीडीयू चिकित्सालय में वाराणसी मण्डल की अपर निदेशक (स्वास्थ्य) डॉ मंजुला सिंह के नेतृत्व में मॉक ड्रिल हुई। इस दौरान एंबुलेंस से एक डेमो मरीज को आइसोलेशन वार्ड तक ले जाया गया। सभी चिकित्सकों व स्वास्थ्यकर्मियों ने कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन करते हुये पीपीई किट, मास्क, ग्लव्स आदि का उपयोग किया। एंबुलेंस से वार्ड तक डेमो मरीज को ले जाने में करीब छह मिनट का समय लगा। इसके बाद मरीज की सम्पूर्ण जांच की गई। ऑक्सीज़न स्तर, पल्स रेट आदि देखी गई।

इससे पहले अपर निदेशक डॉ मंजुला सिंह ने चिकित्सालय में स्थापित दो ऑक्सीज़न प्लांट, कंसट्रेटर, कोविड वार्ड व वेंटीलेटर्स की क्रियाशीलता, कोविड प्रबंधन के लिए आवश्यक लोजीस्टिक जैसे औषधियाँ, आईवीफ़्ल्यूड, उपकरणों के साथ प्रयोग होने वाली पेरिफेरल्स आदि तैयारियों का निरीक्षण किया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी ने बताया कि ऑपरेशनल रेडीनेस के तहत हुई मॉक ड्रिल में कोविड के नए वैरियंट के संक्रमण से निपटने व उसकी व्यवस्थाओं का पूर्वाभ्यास किया गया।

उन्होंने बताया कि मॉक ड्रिल के दौरान चिकित्सालयों में कोविड प्रबंधन की तैयारियों के सभी विभागों से स्वास्थ्य टीम का और स्वास्थ्य टीम के आपस का समन्वय भी देखा गया। जिन चिकित्सालयों में मॉक ड्रिल की गई उन सभी में आक्सीजन प्लांट की क्रियाशीलता, ऑक्सीजन युक्त बेड की उपलब्धता, दवा, उपकरण आदि की व्यवस्थाएं देखी गईं। मॉक ड्रिल में जिन चिकित्सा इकाईयों में कमी पाई गई उन्हें समय रहते पूरा किए जाने का निर्देश दिया गया।

सीएमओ ने बताया कि यह मॉक ड्रिल बुधवार को भी विभिन्न चिकित्सा इकाइयों पर की जाएगी। उन्होंने जनपदवासियों से अपील की है कि कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए मास्क लगाकर ही घर से बाहर निकलें।

श्रीधर

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