लखनऊ : महानगर सेक्टर ए में रेलवे की जमीन पर अतिक्रमण
लखनऊ (हि.स.)। पूर्वोत्तर रेलवे के तहत आने वाले लखनऊ के महानगर सेक्टर ए में रेलवे फाटक के दूसरे छोर पर सौ मीटर तक रेलवे की जमीन है और जहां कच्ची पक्की दुकानों के रुप में भारी अतिक्रमण है। इन दुकानों की संख्या 20 के करीब है और इसमें दो दुकानें पक्की बनायी गयी हैं।
लखनऊ में उत्तर रेलवे और पूर्वोत्तर रेलवे दोनों जोन के अंतर्गत रेलवे स्टेशनों के बीच रेल पटरियां बिछी हुई है। जिसमें आयेदिन दोनों ही छोर पर अतिक्रमण की शिकायतें सामने आती है। महानगर के सेक्टर ए में रेलवे पटरी के किनारे मात्र 50 मीटर की दूरी पर दूध डेरी खोली गयी है। दूध डेरी संचालन करने वाले लोगों ने डेरी की पक्की दुकान बनायी है और सुबह शाम व्यवसायिक गतिविधियां चला रहे हैं।
इसी जगह पर मोटरसाइकिल रेपयरिंग, कार वॉश के नाम पर दुकानें खोलकर अतिक्रमण कर लिया गया है। इसी तरह गुमटियों का संचालन कर चाय, पान, नमकीन पैकेट, बोतले, प्लास्टिक गिलास, टाफी, बिस्कुट बेचा जा रहा है। दुकानदार अली ने रेलवे के जमीन पर कब्जा के बारें में पूछे जाने पर कहा कि उनकी दुकानें बीते 15 से 16 वर्षो से लग रही हैं। रेलवे के अधिकारी एक बार आये थे, तभी रेलवे पटरी से नापने के बाद दुकानों को दूर किया गया था। तभी से उतनी ही दूरी पर दुकानें लग रही है।
उन्होंने कहा कि दूध डेरी, कार वॉश वाले कुछ वर्ष पहले ही आये हैं। उनके बारें में वह कुछ नहीं बोल सकता है। वे छोटे मोटे काम करने वाले हैं, कानून के चक्कर में क्यों पड़ने जायें। कभी रेलवे की कार्रवाई होगी तो दुकानें पीछे कर लेंगे। वैसे भी गुमटी दुकानों को पीछे करने पर नगर निगम कर्मचारी पीछे पड़ जाते हैं।
जानकारी के अनुसार रेलवे पटरी से कुछ मीटर की दूरी पर एक प्राइवेट बिल्डर ने बहुमंजिली इमारत बना ली थी, जिसे बनने के बाद एलडीए के अधिकारियों ने रुकवाया था। तभी निर्मित बिल्डिंग की पार्किंग रेलवे की जमीन में आ रही थी।
शरद/बृजनंदन