राष्ट्रवाद ही भाजपा का मूलमंत्र : राधा मोहन

वाराणसी (हि.स.)। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भारी सफलता के बाद अब भाजपा नेतृत्व का पूरा ध्यान लोकसभा के आगामी चुनाव के मद्देनजर संगठन को मजबूती देने पर है। पार्टी को आर्थिक मजबूती देने के लिए 42वें स्थापना दिवस से ‘माइक्रो डोनेशन अभियान’ चला रही भाजपा ने अब कार्यकर्ताओं को पार्टी के मानक पर खरा उतरने तथा संगठन को और मजबूत बनाने का लक्ष्य देना शुरू कर दिया है। इसके लिए पार्टी प्रशिक्षण शिविर के जरिए कार्यकर्ताओं को सरकार के कार्यों को बताने के साथ आम लोगों से जुड़ाव को लेकर प्रशिक्षित कर रही है। प्रदेश के सभी जिलों में पार्टी का विशेष प्रशिक्षण शिविर चल रहा है। इन शिविरों में 15 सत्र में 15 निर्धारित विषयों पर किसी एक विषय पर पार्टी के नामित पदाधिकारी कार्यकर्ताओं को सम्बोधित कर रहे हैं। शनिवार को वाराणसी में भी तीन दिवसीय प्रशिक्षण का उद्घाटन पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह ने किया।

परेड कोठी कैंट स्थित एक होटल में आयोजित शिविर में राधा मोहन ने कार्यकर्ताओं को पार्टी की रीति-नीति बताई। उन्होंने भाजपा के इतिहास एवं विकास की चर्चा करते हुए कहा कि भाजपा देश की एक ऐसी वैचारिक पार्टी है जिसमें लोकतंत्र कायम है। राष्ट्रवाद ही भाजपा का मूलमंत्र है। जनसंघ से लेकर भाजपा की लंबी यात्रा की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि 1980 में भाजपा की स्थापना हुई। 13 दिन 13 माह और साढ़े 4 वर्ष अटलजी के नेतृत्व में सरकार बनाई। वर्ष 2014 से नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूर्ण बहुमत की सरकार राष्ट्रवाद, सुशासन एवं विकास के एजेंडे को लेकर काम कर रही है। भाजपा जैसा नेता, नेतृत्व किसी भी दल के पास नहीं है। सांस्कृतिक एवं वैचारिक स्वाधीनता भी किसी दल के पास नहीं है।

प्रदेश प्रभारी सिंह ने कहा कि हम विचारधारा को लेकर कार्य करने वाली पार्टी के कार्यकर्ता हैं। राष्ट्र को परम वैभव के शिखर पर पहुंचाना भाजपा का लक्ष्य है। इसके लिए भाजपा के सभी कार्यकर्ता अहर्निश कार्य कर रहे हैं। इसके पहले महानगर अध्यक्ष विद्यासागर राय ने मुख्य अतिथि का परिचय कराया। पहले सत्र में हुए प्रशिक्षण कार्यक्रम का संचालन महानगर महामंत्री जगदीश त्रिपाठी ने किया। प्रशिक्षण में आए कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों का महिला मोर्चा की कार्यालय मंत्री नेहा कक्कड़ ने तिलक से स्वागत किया।

प्रथम सत्र में इनकी भी रही उपस्थिति

डॉ. राकेश त्रिवेदी, राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार रविंद्र जायसवाल एवं डॉ. दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’, विधायक और पूर्व राज्यमंत्री डॉ. नीलकंठ तिवारी, केदारनाथ सिंह, नवरतन राठी, प्रदीप अग्रहरि, अशोक तिवारी, डॉ.सुदामा पटेल, डॉ राजेश त्रिवेदी, साधना वेदांती, डॉ गीता शास्त्री, इंजीनियर अशोक यादव, मधुकर चित्रांश, एडवोकेट अशोक कुमार, नवीन कपूर आदि की उपस्थिति रही।

श्रीधर

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