रामलीला में सूर्पनखा अंग-भंग लीला का मंचन हुआ
औरैया(हि.स.)। जनपद के फफूंद नगर में स्थित ऐतहासिक रामलीला मैदान में चल रही 11 दिवसीय श्री रामलीला एवं दशहरा मेला महोत्सव में 153वां गौरवशाली वर्ष चल रहा है। श्री रामलीला महोत्सव के आठवे दिन जयन्त लीला,पंचवटी विश्राम और सूर्पनखा अंग भांग लीलाओ का मंचन किया गया।
मुख्य अथिति भाजपा से दिबियापुर नगर पंचायत अध्यक्ष राघव मिश्रा ने फीता काटकर लीला का शुभारम्भ किया। मुख्य अथिति ने रामदरबार की आरती उतारी। और उन्होंने कहा कि 153वां गौरवशाली वर्ष चल रही रामलीला आस पास के क्षेत्रो में प्रसिद्ध है। हमे मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के आदर्शों पर चलना चाहिए।रामलीला में कलाकारों ने जयन्त लीला और पंचवटी विश्राम लीला और सूर्पनखा अंग भांग का मंचन किया। कलाकारों ने दृश्य के अनुसार, राम, लक्ष्मण और सीता पंचवटी में पर्णकुटी बनाकर रहने लगे। इस दौरान रावण की बहन शूर्पणखा ने दो राजकुमारों को देखा तो राम-लक्ष्मण से विवाह का प्रस्ताव किया। दोनों भाइयों द्वारा शादी से इनकार किए जाने पर शूर्पणखा बिफर पड़ी और राक्षसी रूप धारण कर राम-लक्ष्मण पर हमला करने झपटी। इस बीच राम का इशारा पाते ही लक्ष्मण ने उसके नाक-कान काट दिए। दर्द से बिलबिलाती शूर्पणखा लंका पहुंची। आपबीती सुन रावण ने सीता के अपहरण की योजना बनाई। रामलीला समिति के अध्यक्ष मानवेन्द्र पोरवाल (बब्बू दादा) ने आये हुये सभी भक्तो व अतिथियों का आभार व्यक्त किया। इस मौक़े पर प्रेम गुप्ता, अन्नी त्रिपाठी, प्रमोद तिवारी, ओमबाबू तिवारी(डीलर), अनुराग तिवारी, रानू अग्निहोत्री, अवधेश दुवे, धीरज शर्मा, राजू पांडये, नितिन तिवारी, ओमकार शुक्ला(शानू), सलिल शुक्ला, तन्नू शुक्ला, अन्ना तिवारी, श्यामू अग्निहोत्री सहित आदि लोग मौजूद रहे।
सुनील/डॉ. आमोदकांत