राज्यपाल आनंदीबेन ने आंगनवाड़ी प्रशिक्षण शिविर का किया उद्घाटन
-बच्चों को प्रोत्साहित कर उनकी प्रतिभा और भविष्य संवारने पर दिया जोर-कहा, हमें भारत का उज्जवल भविष्य है गढ़ना
वाराणसी (हि.स.)। चार दिवसीय काशी प्रवास के दूसरे दिन सोमवार को उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने तीन दिवसीय आंगनवाड़ी प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन किया। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के विज्ञान संकाय में बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग के तत्वावधान में आयोजित प्रशिक्षण शिविर में राज्यपाल ने आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों का जमकर उत्साह बढ़ाया।
राज्यपाल ने इस मौके पर कहा कि विभिन्न त्योहारों, जयंती और मौसम का कैलेंडर तैयार कर बच्चों को उत्पाद व चित्रकला बनाने के लिए आंगनवाड़ी कार्यकर्ता प्रशिक्षण प्रशिक्षण दें। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि जैसे गांधी जयंती के पहले बच्चों को बापू की चित्रकारी बनानी सिखानी चाहिए। दो अक्टूबर पर प्रदर्शनी लगाकर लगाकर बच्चों को प्रोत्साहित कर उनकी प्रतिभा को निखारें। इसी तरह रक्षाबंधन पर राखी तैयार कराने का हमें काम करना चाहिए, जिसे बेचकर लाभ अर्जित किया जा सकता है।
राज्यपाल ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रेरित करते हुए कहा कि वेतन के अनुसार कार्य नहीं करना है। हमें भारत का उज्जवल भविष्य गढ़ना है। राज्यपाल ने प्रशिक्षण शिविर में अपने गुजरात के अनुभवों का उल्लेखकर कहा कि बच्चों में गुण और दोष क्या है इसका पता आंगनवाड़ी से ही चल सकता है। इसके आधार पर ही उनका भविष्य संवारा जा सकता हैं ।
राज्यपाल ने विद्या भारती के कार्यप्रणाली की सराहना कर नई शिक्षा नीति पर भी चर्चा की। शिविर में प्रदेश सरकार की मंत्री स्वाति सिंह ने कार्यक्रम के बारे में पत्रकारों को बताया। उन्होंने बताया कि प्रदेश की राज्यपाल के मार्गदर्शन में तीन दिवसीय आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण का कार्यक्रम शुरू किया गया है। इसमें बताया जा रहा है कि नई शिक्षा नीति क्या है। आंगनवाड़ी के स्तर पर कैसे काम होना है, किस तरीके से बच्चों को शिक्षित करना है, उसका पूरा डाटा हम लोगों ने तैयार किया है।
उन्होंने कहा कि किसी भी मकान को बनाने से पहले उसकी नींव मजबूत करनी चाहिये। ऐसे ही हमारे देश के बच्चे भविष्य हैं। देश का भविष्य मजबूत करने के लिए यह जरूरी है कि जो बच्चा घर से निकलकर आंगनवाड़ी केंद्र में आये। उसे हर सुविधा और अच्छी शिक्षा दी जाए।
उन्होंने बताया कि इसी नींव को हम लोग मजबूत करने का काम काशी से कर रहे हैं। बताते चले, प्रशिक्षण शिविर में 320 आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, 75 सुपरवाइजर भाग ले रही है। शिविर में नई शिक्षा नीति के तहत किस तरह बच्चों को बेहतर प्रशिक्षण दिया जाए, उन्हें बेहतर सुविधा दिया जाय इसी पर आधारित प्रशिक्षण आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को दिया जा रहा है। शिविर में जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा भी उपस्थित रहे।
प्रशिक्षण शिविर में भाग लेने के बाद राज्यपाल पुन: वापस सड़क मार्ग से कड़ी सुरक्षा के बीच सर्किट हाउस पहुंची। अपरान्ह बाद राज्यपाल एमएसएमई और साड़ी उद्योग से जुड़े लोगों के साथ बैठक भी करेंगी। इसके बाद कुछ देर आराम के बाद शाम को विद्या भारती के प्रमुख कार्यकर्ताओं और प्रशिक्षिकाओं के साथ बैठक भी करेंगी।