रंगभरी एकादशी: बाबा विश्वनाथ गौरा की विदाई के लिए बारात लेकर पहुंचेंगे ससुराल

– बुधवार सायंकाल शिव परिवार की निकलेगी रजत डोली,भक्त खेलेंगे अबीर की होली

वाराणसी (हि.स.)। रंगभरी एकादशी की पूर्व संध्या पर मंगलवार को बाबा विश्वनाथ मां गौरा की विदाई के लिए प्रतीक रूप से अपने ससुराल टेढ़ीनीम स्थित महंत डॉ कुलपति तिवारी के आवास पर गौना बारात लेकर पहुचेंगे। महंत आवास पर शाम को बाबा के रजत विग्रह का पारम्परिक ढ़ंग से स्वागत होगा।

दूल्हा बने बाबा विश्वनाथ को फल, मेवा के साथ ‘ठंडई’ का भोग लगाया जायेगा। बाबा कोलकाता से लाए गए देवकिरीट भी सिर पर बाधेंगे। काठियावाड़ से भेजे गए परिधानों को पहनेंगे। इसके बाद गौना के अवसर पर टेढ़ीनीम महंत-आवास पर शिवांजलि के लोक एवं सुगम संगीत का संक्षिप्त आयोजन भी किया जाएगा। अगले दिन रंगभरी एकादशी पर भोर में काशी विश्वनाथ के साथ मां गौरा की चल प्रतिमा को पंचगव्य व पंचामृत स्नान कराया जायेगा।

पंडित वाचस्पति तिवारी और संजीव रत्न मिश्र दुग्धाभिषेक की प्रक्रिया संपन्न करायेंगे। इस दौरान सुबह 5 बजे 11 ब्राह्मण षोडषोपचार विधि से पूजन अर्चन करेंगे। फिर बाबा को फलाहार का भोग लगाने के बाद महाआरती होगी। महाआरती के बाद महंत आवास पर बाबा विश्वनाथ और मां पार्वती के दर्शन-पूजन का सिलसिला शुरू होगा। यह क्रम शाम पांच बजे तक चलेगा। शाम पांच बजे बाबा विश्वनाथ, मां पार्वती और माता की गोद में बैठे प्रथमेश श्री गणेश को रजत सिंहासन पर विराजमान कर गौना बारात निकलेंगी। बाबा अपनी नगरी के लोगों संग होली खेल कर नेग स्वरूप उन्हें होली खेलने की इजाजत देंगे।

श्रीधर/मोहित

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