युवाओं के भविष्य के लिए नशा के सौदागरों के खिलाफ सहयोग दें : योगी आदित्यनाथ

– अच्छी शुरुआत करें, दुनिया की कोई ताक़त नहीं रोका सकती: योगी आदित्यनाथ

– महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के प्रथम स्थापना दिवस समारोह में बोले मुख्यमंत्री

– कार्य शुरू कराने के पूर्व मन में आई शंका ही असफलता का मूल कारण

– आयुर्वेद में बहुत संभावनाएं हैं, लोगों के जीवन में परिवर्तन ला सकते हैं

गोरखपुर। रविवार को महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय का प्रथम स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और विश्वविद्यालय के कुलाधिपति योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नशा के सौदागर वर्तमान में युवा पीढ़ी के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। ड्रग माफिया कहीं जहरीली शराब माफिया हाबी हैं। इन्होंने राज्य में अव्यवस्था पैदा करने का प्रयास किया है, लेकिन अब उत्तर प्रदेश ने कमर कस ली है। इनके खिलाफ निर्णायक कार्रवाई होगी। प्रदेश का हर युवा और नागरिक मिलकर ड्रग और अवैध नशा के खिलाफ निर्णायक लड़ाई मे सरकार का साथ दें। इस अभियान का हिस्सा बने।

विश्वविद्यालय की एक साल की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कहा कि एक वर्ष की अपनी इस यात्रा के दौरान महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय ने अपने संस्थापकों की भावनाओं के अनुरूप विश्वविद्यालय के निर्माण को एक नई गति दी है। अत्यंत सराहनीय है।

सीएम ने कहा कि उत्तर प्रदेश के युवाओं को कंपटीशन की तैयारी के लिए बाहर ना जाना पड़ेगा। अब अभ्युदय कोचिंग शुरू किया गया है। जिन छात्रों का अभ्युदय कोचिंग के साथ सिलेक्शन हो रहा है, उनको टेबलेट दिया जा रहा है। स्नातक, परास्नातक के हर युवा को टेबलेट और स्मार्टफोन उपलब्ध करवाने के एक कार्यक्रम को सामने रखा गया है। अगले 5 साल में दो करोड़ युवाओं तक हम टैबलेट और स्मार्टफोन देकर के उन्हें ऑनलाइन एजुकेशन से जोड़ने का कार्य करेंगे। हर युवा तकनीकी रूप से सक्षम बनाया जाएगा।

छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पूरी ईमानदारी और तन्मयता के साथ शुरू किए गए प्रयास से मार्ग में बैरियर नहीं खड़ा होता। खुद को तैयार करिए। महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय ने एक अच्छी शुरुआत की है।

सीएम ने कहा कि आयुर्वेद में बहुत संभावनाएं हैं। चाहे तो हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर से जुड़ सकते हैं। सरकारी सेवा, मेडिसिनल प्लांट के माध्यम से लोगों के जीवन में परिवर्तन ला सकते हैं। रिसर्च एंड डेवलपमेंट कार्यक्रम को भी आगे बढ़ा सकते हैं। कोई भी ऐसी वनस्पति नहीं, जिसमें औषधीय गुण ना हो। य़ह सामर्थ्य भी केवल आयुर्वेद के बच्चों में होता है। यहां पीढ़ी कराने वाले छात्र वनस्पति के अंदर औषधीय गुणों को देखकर उसको आरोग्यता के अनुकूल बना सकते हैं।

उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में आज आयुर्वेद की बीएएमएस की पढ़ाई प्रारंभ है। यहां पर विश्वविद्यालय ने प्रतिभाओं को सम्मानित किया है। यहां के पाठ्यक्रम पूरी चिकित्सा स्वास्थ्य के नींव है। बैकबोन है। यहां पर उपलब्ध पाठ्यक्रम बहुत ही उपयोगी है। विश्वविद्यालय ने मेहनत करके प्रतिष्ठित संस्थाओं के साथ एमओयू किया है। विश्वविद्यालय की एक वर्ष की उपलब्धि में इसे भी जोड़ा जा सकता है।

आमोद

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