मुख्यमंत्री योगी ने एमएसएमई इकाइयों को वितरित किया 51 हजार करोड़ का ऋण
– योगी बोले, पहले पलायन को मजबूर परंपरागत उद्यमियों के चेहरे पर आज खिल रही मुस्कान
लखनऊ (हि.स.)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को लोकभवन में आयोजित एमएसएमई के 51 हजार करोड़ मेगा ऋण वितरण समारोह में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने प्लेज (PLEDGE) योजना के तहत मथुरा, अमरोहा, सीतापुर और मेरठ के प्लेज पार्कों के निर्माण की पहली किस्त वितरित की। साथ ही सहारनपुर, मुरादाबाद और संभल में ओडीओपी के तीन कॉमन फैसिलिटी सेंटर का भी लोकार्पण किया।
इसके अलावा मुख्यमंत्री ने कौशाम्बी की सीएफसी टीम को स्वीकृति पत्र सौंपा। कार्यक्रम मंप उन्होंने ओडीओपी और विश्वकर्मा श्रम सम्मान के एक दर्जन से अधिक लाभार्थियों को चेक और टूल किट वितरित किया। वहीं मिशन शक्ति के तहत महिलाओं को ई रिक्शा की चाबी सौंपी।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश की प्रगति देखकर हर देशवासी खुश है, जबकि दुनिया अचंभित है। वर्ष 2017 से पहले यहां निराशा, हताशा और अराजकता का माहौल था। हम वर्ष 2024 में प्रवेश कर चुके हैं। इन पौने सात वर्षों में प्रदेश छठी-सातवीं अर्थव्यवस्था से ऊपर उठकर आज देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला राज्य बन गया है। प्रदेश सर्वाधिक ग्रोथ रेट और आर्थिक विकास दर के साथ देश में सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। यह टीमवर्क का ही परिणाम है क्योंकि जब हम सामूहिक रूप से मिलकर कार्य करते हैं तो उसके परिणाम इसी रूप में हम सभी के सामने आते हैं।
वोकल फॉर लोकल अभियान पर सबसे पहले मोहर लगाने वाला राज्य है यूपी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था बेहतर हुई है। ऐसे में प्रदेश का हर व्यक्ति, बहन-बेटी, व्यापारी और निवेशक खुद को सुरक्षित महसूस कर रहा है। यही वजह है कि उत्तर प्रदेश देश में निवेश के सबसे अच्छे गंतव्य के रूप में उभकर सामने आया है। जीआईएस-23 में प्रदेश को 40 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। इससे एक करोड़ 10 लाख से अधिक नौजवानों को सीधे-सीधे नौकरी मिलेगी। अब उन्हें रोजगार के लिए पलायन नहीं करना होगा। एमएसएमई ने उत्तर प्रदेश को एक नई पहचान दी है। सरकार की एक जिला एक उत्पाद योजना ने परंपरागत उद्यमियों को नई दिशा दी है। ओडीओपी ने प्रदेश को पहचान देने के साथ सूक्ष्म, लघु, मध्यम उद्यम से जुड़े उद्यमियों को नई दिशा दी है। इससे उनके चेहरे पर मुस्कान आई है। इसी की देन है कि हमारा एक्सपोर्ट लगभग तीन गुना बढ़ा है। योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश केंद्र सरकार के वोकल फॉर लोकल अभियान पर मोहर लगाने वाला पहला राज्य है।
हर जिले के उत्पादन का डाक टिकट हो जारी
योगी ने कहा कि हमें कॉफी टेबल बुक तक ही सीमित नहीं रहना है बल्कि हर जिले के उत्पादन का डाक टिकट भी जारी होना चाहिए। इसको लेकर प्रयास होने चाहिए क्योंकि यह हमें वैश्विक पहचान दिलाएगा। इतना ही नहीं हर जिले के उत्पाद की ग्रेडिंग भी होनी चाहिए ताकि अच्छे उत्पादन की जानकारी की जा सके। उसे पैकेजिंग और टेक्नोलॉजी से जोड़कर विश्व फलक पर पहचान दिलाएंगे। उत्तर प्रदेश ही ओडीओपी, विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना और प्लेज पार्क योजना देने वाला पहला राज्य है। इससे प्रदेश में एमएसएमई यूनिट में काफी बढ़ोत्तरी हुई है। आज प्रदेश में 96 लाख एमएसएमई यूनिट हैं। उन्होंने बैंकर्स से कहा कि छोटी पूंजी वालों को भरपूर लोन दें क्योंकि छोटी पूंजी डूबती नहीं है। इससे जहां उनका बिजनेस बढ़ेगा। छोटी पूंजी वालों में बैंकर्स के प्रति विश्वास बढ़ेगा। इससे प्रदेश खुशहाली की ओर जाएगा। उन्होंने कहा कि बैंकर्स और सरकार की दूरदर्शी सोच का ही नतीजा है कि प्रदेश का पहले जहां सीडीओ रेश्यो 43 से 44 प्रतिशत था, आज बढ़कर 56 से 57 फ़ीसदी तक पहुंच चुका है। इसे इस वित्तीय वर्ष में 60 फीसदी और अगले वित्तीय वर्ष में 65 फीसदी तक ले जाने का हमारा लक्ष्य होना चाहिए। कार्यक्रम में ओडीओपी के तहत महिलाओं और पुरुषों को चेक वितरित किए गए हैं, वह अलग-अलग सेक्टर में काम करना चाहते हैं। ऐसे में उनके विश्वास पर हम सभी को खरा उतरना है। उनके प्रशिक्षण के लिए उचित मंच प्रदान करना है ताकि समाज के हर व्यक्ति के जीवन में खुशहाली आए।
कार्यक्रम में मंत्री राकेश सचान, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, आईआईडीसी मनोज कुमार सिंह, एमएसएमई के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद आदि उपस्थित थे।
दिलीप शुक्ल/पदुम नारायण