मुक्त विश्वविद्यालय ने औद्योगिक ईकाइयों से किया एमओयू, युवाओं को मिलेंगे रोजगार

-प्रो0 सीमा सिंह ने कहा, उद्योग जगत के सहयोग से नवीन कौशल परिवेश बनाने को प्रतिबद्ध

कानपुर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश में रोजगार कौशल ढांचा विकसित करने में उद्देश्य से राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय प्रयागराज ने औद्योगिक नगरी कानपुर में कई औद्योगिक घरानों के साथ एमओयू किया। इससे माध्यम से अब विश्वविद्यालय और उद्योग जगत के आपसी सहयोग से युवाओं को नये-नये रोजगार के अवसर मिलेंगे और उनकी क्षमता के अनुरूप क्रियाशील मानव संसाधन के रूप में प्रभावी रूप से समायोजित किया जा सकेगा।

प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल बीते माह कानपुर आयीं थी और उन्होंने मुक्त विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय कार्यालय के उद्घाटन के अवसर पर विश्वविद्यालय को औद्योगिक घरानों के साथ एमओयू करने का निर्देश दिया था। जिसके अनुक्रम में विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह के नेतृत्व में अधिकारियों का एक दल कानपुर पहुंचा और सर्विस ऑफीसर्स मैस अरमापुर स्टेट में औद्योगिक घरानों और विश्वविद्यालय के मध्य एमओयू की कार्रवाई संपन्न हुई।

मुक्त विश्वविद्यालय की तरफ से आयोजित यूनिवर्सिटी इंडस्ट्री समिट 2023 सृजन कार्यक्रम में कुल 24 कंपनियों के प्रतिनिधियों ने पंजीकरण कराया। जिनमें प्रमुख रूप से रूपानी प्रोडक्शन, जे0 के0 सीमेंट, कानपुर मेट्रो, राकन स्टील्स लिमिटेड, पालीवाल डायग्नोसिस, इंजीनियरिंग इंडस्ट्री, रुद्धि इंटरनेशनल, हैवेल्स और प्रिंटिंग एंड पैकेजिंग आदि कंपनियों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

विश्वविद्यालय की तरफ से प्रशिक्षण एवं सेवायोजन प्रकोष्ठ के प्रभारी देवेंद्र प्रताप सिंह एवं कुलसचिव कर्नल विनय कुमार ने कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ वार्ता की और राकन स्टील लिमिटेड से एमओयू करार किया।

मुक्त विश्वविद्यालय कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह ने बताया कि उद्योगों की मांग के अनुरूप कुशल मानव संपदा का निर्माण और उनके सही नियोजन से देश विकास के पथ पर अग्रसर होगा। इस दिशा में औद्योगिक नगरी कानपुर से यह एक समग्र प्रयास किया गया है जिसमें विश्वविद्यालय इन कंपनियों के साथ मिलकर रोजगार के नए आयाम विकसित करेगा।

प्रो. सिंह ने कहा कि हम उद्योग जगत के सहयोग से नवीन कौशल परिवेश बनाने को प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि युवाओं को जब एक ही स्थान पर कौशल विकास के अवसर मिलेंगे तो निश्चित रूप से वह अपने सपनों को साकार कर सकेंगे। उद्योगों की मांग के अनुरूप प्रशिक्षण कार्यक्रम का संचालन प्राथमिकता पर है। प्रो. सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय व उद्योग जगत के साझा प्रयास से युवाओं में व्यवसायिक प्रशिक्षण तथा कौशल विकास की सही समझ विकसित कर राष्ट्रीय हित में उनका समुचित उपयोग सुनिश्चित किया जा सकेगा।

कुलसचिव कर्नल विनय कुमार ने बताया कि इससे पूर्व शुक्रवार को प्रातः विश्वविद्यालय परिसर में उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन के निदेशक आंद्रा वामसी आईएएस के निर्देश पर उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन, प्रयागराज के समन्वयक चंद्रकांत सिंह तथा जिला प्रबंधक प्रयागराज ने मुक्त विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो.सीमा सिंह के साथ बैठक करके आगामी सत्र से मुक्त विश्वविद्यालय द्वारा कौशल विकास मिशन के पाठ्यक्रमों को संचालित किए जाने पर विचार विमर्श किया। उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन के साथ मुक्त विश्वविद्यालय ने एमओयू करके युवाओं को प्रशिक्षण देने के लिए प्लेटफार्म तैयार किया है।

कुलपति प्रो. सीमा सिंह ने बताया कि वह सभी युवा जो किसी कारणवश अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़ चुके हैं, यूपी कौशल विकास योजना के अंतर्गत प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते हैं। इस दिशा में मुक्त विश्वविद्यालय उन्हें कौशल विकास से संबंधित प्रमाण पत्र प्रदान करेगा। जो उनके लिए रोजगार प्राप्त करने में सहायक सिद्ध होगा तथा स्वरोजगार के अवसर खुलेंगे।

मोहित वर्मा/पदुम नारायण

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