मीरजापुर में चेतावनी बिंदु को पार कर गया गंगा का जलस्तर
– दो विकास खंड के दो दर्जन गांवों में घुसा पानी
– पांच सेंटीमीटर प्रतिघंटे की दर से बढ़ रहा पानी
– दोपहर बारह बजे तक 76.950 मीटर पहुंचा जलस्तर
मीरजापुर (हि.स.)। गंगा में तेजी से पानी बढ़ने के चलते शुक्रवार को चेतावनी बिंदु 76.724 मीटर को जलस्तर पार कर गया। दोपहर बारह बजे तक गंगा का जलस्तर 76.950 मीटर तक दर्ज किया गया। पांच सेंटीमीटर प्रतिघंटे की दर से बढ़ रहे पानी के चलते सदर तहसील के कोन व मझवां विकास खंड के दो दर्जन गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है। चुनार तहसील के सीखड़ विकास खंड के गांवाें में पानी घुसने के करीब पहुंच चुका है। जलस्तर बढ़ने की यही स्थिति रही तो दो दिन के अंदर खतरे के निशान 77.724 मीटर को जलस्तर पार कर जाएगा।
उत्तराखंड, राजस्थान व मध्य प्रदेश में हुई बारिश के चलते गंगा नदी ऊफान पर है। लगातार बढ़ रहे पानी के चलते शुक्रवार को पानी चेतावनी निशान को पार कर गया। इसके चलते सदर तहसील के काेन ब्लाॅक के हरसिंहपुर, मल्लेपुर, मझिवगां, लखनपुर, मुवैया, धौरहरा, मझरा, मठिया, पूर्वा, बल्ली परवा, दलापट्टी आदि गांवों में पानी घुस गया। इसी प्रकार छानबे के विरोही, अकोढ़ी के निचले गांवों में भी पानी पहुंच गया है, इसके चलते कोन ब्लाॅक में करीब 600 पशु बाढ़ के पानी में फंस गए हैं, हालांकि उनको निकालने के लिए प्रशासन की ओर से अभी कोई ठोस पहल नहीं की जा सकी है।
आयुक्त सहित अन्य अधिकारियों ने बाढ़ प्रभावित गांवों का निरीक्षण कर ग्रामीणों की मदद करने का निर्देश दिया था। हरसिंहपुर व मल्लेपुर को तीन-तीन नाव भी उपलब्ध कराने को कहा गया था लेकिन अभी तक एक नाव भी मौके पर नहीं पहुंची है। इससे ग्रामीण परेशान हैं। बाढ़ के पानी के चलते लगभग एक करोड़ रुपये की सब्जी की फसल डूब गई है। जलस्तर बढ़ने के चलते पूरा पूर्वांचल बाढ़ की चपेट में आता दिखाई दे रहा है। प्रयागराज, मीरजापुर में अभी चेतावनी निशान को जलस्तर ने पार किया है जबकि वाराणसी, बलिया, मऊ, गाजीपुर, आजमगढ़ आदि जिलों में खतरे के निशान के करीब जलस्तर पहुंच गया है।
गिरजा शंकर