मानव स्वास्थ्य के लिए लाभकारी सहजन से बढ़ती है प्रतिरोधक क्षमता
-उद्यान वैज्ञानिक बोले, सहजन पेड़ नहीं बल्कि मानव स्वास्थ्य के लिए चमत्कार
कानपुर (हि.स.)। सहजन पेड़ को आमतौर लोग साधारण हरा पेड़ समझ बैठते हैं, लेकिन इस पेड़ पर लगने वाले फल पौष्टिकता से भरे हुए हैं। इसके फलों से स्वादिष्ट सब्जी बनती है जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है और यह पूरा पेड़ किसी न किसी गुणों से भरपूर है। ऐसे में अगर इसे कहा जाये कि यह मानव स्वास्थ्य के लिए कुदरत का चमत्कार है तो अतिशयोक्ति नहीं होगी। यह बातें मंगलवार को सीएसए के उद्यान वैज्ञानिक डॉ. अरुण कुमार सिंह ने कही।
चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (सीएसए) के उद्यान वैज्ञानिक डॉ. अरुण कुमार सिंह ने कहा कि सहजन पेड़ नहीं बल्कि मानव स्वास्थ्य के लिए चमत्कार है। इसके प्रयोग से शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी होती है और संक्रमण कम होता है। उन्होंने आम जनमानस से अपील की है की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने के लिए सहजन एक अच्छा विकल्प है। सहजन की पत्ती, फलियां, फूल,जड़ आदि का उपयोग किसी न किसी रूप में मानव शरीर के प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत करता है।
डॉक्टर सिंह ने बताया कि सहजन का पौधा औषधि गुणों से भरपूर है। सहजन में 300 रोगों के रोकथाम के गुण हैं। सहजन में 92 तरह के मल्टीविटामिन, 46 प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट, 36 तरह के दर्द निवारक और 18 तरह के एमिनो एसिड पाए जाते हैं। सहजन की पत्तियों में प्रोटीन, विटामिन बी6, सी, ए, ई, आयरन, कैल्शियम तथा पोटेशियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है। उन्होंने बताया कि यही कारण है कि सहजन को सुपरफूड या इम्यूनिटी बूस्टर भी कहा जाता है। भारतीय हरित क्रांति के जनक प्रोफेसर एमएस स्वामीनाथन ने सहजन को प्राकृतिक रूप से बायोफोर्टीफाइड पौधा कहा है।
महमूद