मधुमेह रोगी च्यवनप्रकाश का सेवन करें: डा.वैद्यनाथ
डाबर च्यवनप्राश ने लॉन्च किया ‘साइंस इन एक्शन’ जागरूकता अभियान
लखनऊ (हि.स.)। भारत की प्रमुख आयुर्वेद कंपनी डाबर इंडिया लिमिटेड ने उपभोक्ताओं को आयुर्वेद के फायदों और सेहतमंद जीवनशैली के बारे में जागरुक करने के लिए जागरुकता अभियान ‘साइंस इन एक्शन’ की शुरुआत की है। यह कैंपेन आयुर्वेद के संबंध में वैज्ञानिक रूप से जांचे गए तथ्यों के बारे में बताएगा, ताकि परिवार सोच-समझ कर अपने रोज़मर्रा के विकल्पों को चुन सकें और स्वस्थ रह सकें। यह जानकारी डाबर रिसर्च एण्ड डेवलपमेन्ट सेंटर के हेल्थ रिसर्च विभाग के प्रमुख डाॅ.वैद्यनाथ मिश्रा ने शुक्रवार को एक निजी होटल में प्रेसवार्ता के दौरान दी।
डा.वैद्यनाथ मिश्रा ने बताया कि जिन्हें मधुमेह है उनके लिए कंपनी ने च्यवनप्रकाश तैयार किया है। च्यवनप्रकाश का सेवन कर वह अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ा सकते हैं।
आयुर्वेद को विज्ञान नहीं तौल सकता
आयुर्वेद के डा.परमेश्वर अरोड़ा ने कहा कि आयुर्वेद जीवन जीने की कला सिखाता है। आधुनिक विज्ञान आयुर्वेद को तौल नहीं सकता है। उन्होंने कहा कि गाय का घी खाने से हार्ट अटैक नहीं होता है। डाॅ.परमेश्वर अरोड़ा ने बताया कि अधिकांश बीमारियां पेट से संबंधित होती हैं। अगर हमारा पाचनतंत्र ठीक नहीं रहा तो कई बीमारियां घेर लेती हैं। इसलिए आवश्यक है कि खानपान ठीक रखें और जीवनशैली ठीक रखें।
पूरे वर्ष खा सकते हैं च्यवनप्राश
डाॅ.परमेश्वर अरोड़ा ने बताया कि च्यवनप्राश पूरे वर्ष खा सकते हैं। जिनको शुगर है उनके लिए च्यवनप्रकाश तैयार किया गया है। उन्होंने बताया कि डाबर च्यवनप्राश ने पिछले सालों के दौरान इम्युनिटी बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
अभियान के शुभारम्भ के मौके पर राकेश टहलियानी ने बताया कि डाबर आयुर्वेदिक चिकित्सकों के साथ 22 शहरों के स्कूलों में सेमिनार का आयोजन करेगा। स्कूलों में बच्चों को बताएंगे कि किस तरह आयुर्वेद उनके समग्र स्वास्थ्य को सनिश्चित कर उज्जवल भविष्य का निर्माण करने में योगदान दे सकता है।
कैंपेन लांचिंग के दौरान डाबर इंडिया लिमिटेड एजीएम मार्केटंग, हेल्थ सप्लीमेन्ट्स- राकेश टहलियानी, डॉ बैद्यनाथ मिश्रा, हैड ऑफ हेल्थकेयर रीसर्च, डाबर रीसर्च एण्ड डेवलपमेन्ट सेंटर, आयुर्वेद के प्रमुख डा. परमेश्वर अरोरा मौजूद थे।
बृजनन्दन/सियाराम