भारत के चिकित्सकों की सेवा भावना की साख पूरी दुनिया में : राज्यपाल
राष्ट्र और मानवता की सेवा सर्वाेपरि: राज्यपाल
चिकित्सक अपनी प्रतिभा का उपयोग और प्रभावी ढंग से करें
लखनऊ (हि.स.)। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने केजीएमयू के दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए छात्र-छात्राओं से कहा कि उन्होंने मानव सेवा का मार्ग चुना है, जिसमें काफी कड़ी मेहनत भी है। उससे भी कड़ी मेहनत उनके माता-पिता ने इस ऊंचाई तक पहुंचाने में की है। उन्होंने कहा कि सफलता मिलने के बाद अपने माता-पिता को कभी न भूलें, राष्ट्र और मानवता की सेवा करते रहें।
राज्यपाल ने कहा कि हमारे देश के डाक्टरों और नर्सों की प्रतिभा व सेवा भावना की साख पूरी दुनिया में है। डाक्टरों को अपनी इस प्रतिभा का उपयोग और भी अधिक प्रभावी तरीके से करना चाहिए। अपने ज्ञान के उपयोग से एक राष्ट्र के रूप में हमारे सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान करने के लिए सक्रिय रूप से कार्य करें।
इस अवसर पर राज्यपाल ने अंगदान करने वाले कई व्यक्तियों को सम्मानित किया और बधाई दी। उन्होंने कहा कि अंगदाता दूसरे व्यक्तियों के जीवन को बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने जरूरतमंद व्यक्ति के जीवन को बचाने के लिए अंगदान जैसे सामाजिक कार्यों से ज्यादा से ज्यादा लोगों को जुड़ने की अपील की।
राज्यपाल ने ‘‘जलभरो‘‘ कार्यक्रम से आज के दीक्षान्त समारोह कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। उन्होंने जल संरक्षण पर विशेष जोर देते हुए कहा कि विश्वविद्यालय वर्ष भर में जितना जल उपयोग में लाता है, उतने जल संरक्षण का प्रभावी प्रयास अवश्य करे। इस अवसर पर उन्होंने विश्वविद्यालय द्वारा प्रकाशित ‘न्यूज लेटर’ का विमोचन तथा विद्यालय से आए बच्चों को स्कूल बैग वितरित किया।
प्रदेश के उप मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने दीक्षान्त समारोह को सम्बोधित करते हुए सभी विद्यार्थियों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि उनकी मेहनत की वजह से दुनिया में प्रदेश एवं प्रदेश वासियों को सम्मान मिलता है। उन्होंने अंगदान करने वालों की प्रशंसा करते हुए इसे प्रोत्साहित करने की अपील की। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलपति ले0 जनरल डा0 बिपिन पुरी ने वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की।
दीक्षान्त समारोह में चिकित्सा शिक्षा राज्य मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह, प्रो वाइस चांसलर प्रो. विनीत शर्मा , चिकित्सा संकाय के अधिष्ठाता प्रो. ए0के0 त्रिपाठी, डेन्टल संकाय के डीन प्रो. ए.पी. टिक्कू, केजीएमयू के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. एस.एन.शंखवार, कार्य परिषद एवं विद्या परिषद के सदस्यगण, अन्य अधिकारीगण, चिकित्सकगण एवं कर्मचारीगण तथा विद्यार्थी भी उपस्थित रहे।
बृजनन्दन