भाजपा नहीं चाहती निष्पक्ष चुनाव, 2022 में सावधानी से देना होगा वोट : अखिलेश
लखनऊ (हि.स.)। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा से सभी लोग सतर्क रहें। वह चुनाव निष्पक्षता से नहीं होने देना चाहती है। वह चुनाव में धांधली को अपना हथियार बनाती है। इसलिए 2022 के चुनावों में सावधानी से वोट डालना होगा।
उन्होंने कहा कि भाजपा जानबूझकर बुनकरों को परेशान कर रही है। उसे उनकी तरक्की और खुशहाली नापसंद है। भाजपा सरकार ने समाजवादी सरकार के समय की बुनकरों की सन 2006 की विद्युत फ्लैट रेट योजना को समाप्त कर उनकी रोजी-रोटी पर वार किया है। लोकभवन में बैठकर सरकार को कमजोर समाज के लोगों पर अन्याय नहीं करना चाहिए। समाजवादी सरकार बनने पर बुनकरों पर अन्याय नहीं होने देंगे। उनको ज्यादा से ज्यादा सहूलियतें दी जाएंगी।
अखिलेश यादव से मंगलवार को पार्टी मुख्यालय में मेरठ विधायक रफीक अंसारी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश बुनकर सभा के अध्यक्ष हाजी इफ्तेखार अहमद अंसारी और मीडिया प्रभारी नसीम अंसारी के साथ आए बुनकरों ने मुलाकात की और अपना ज्ञापन सौंपा।
इस दौरान सपा अध्यक्ष ने कहा कि कोरोना संकट और लाॅकडाउन से सबसे ज्यादा आर्थिक संकट में बुनकर हैं। उन्हें बिजली की पुरानी सुविधा मिलनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि समाजवादी सरकार में वाराणसी में चौबीस घंटे बिजली दी जा रही थी। हालांकि यूपी का बिजली कोटा केन्द्र ने नहीं बढ़ाया था। भाजपा राज में एक यूनिट बिजली का उत्पादन नहीं हुआ। समाजवादी सरकार में भदोही में एक्सपोमार्ट बनाया गया था, कारपेट बाजार बनाया था और भदोही तक चारलेन सड़क बनवाई थी ताकि बुनकरों को अपना उत्पाद बाहर भेजने में दिक्कत न हो। सपा अध्यक्ष ने कहा कि बुनकर समाज के प्रति भाजपा सरकार भेदभाव, अन्याय और राजनीतिक उपेक्षा प्रदर्शित कर रही हैं। वह चालाकी की राजनीति करती है।
उप्र बुनकर सभा के ज्ञापन में कहा गया है कि बुनकरों को सन् 2006 से फ्लैट रेट पर बिजली मिल रही थी। जबसे भाजपा सरकार आई बुनकर तबाही के कगार पर पहुंच गए हैं। लगातार ढाई वर्ष की कोशिशों के बाद भी उन्हें न्याय नहीं मिला है। बुनकर अनिश्चित कालीन बंदी कर आंदोलन कर रहे हैं।