बेटा-बेटी में भेदभाव को त्यागे, बेटी की प्रगति में सहयोग करें अभिभावक : आनंदी बेन पटेल
मेरठ (हि.स.)। प्रदेश की राज्यपाल एवं विश्वविद्यालय कुलपति आनंदीबेन पटेल ने कहा कि बेटा-बेटी के बीच सामाजिक भेदभाव को त्यागकर अभिभावकों को बेटी की प्रगति के सहयोग करना चाहिए। बेटियां अब किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है। लड़कों से कही अधिक पदक लड़कियां जीत रही है।
राज्यपाल आनंदी बेन पटेल की अध्यक्षता में बुधवार को चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के नेताजी सुभाष चन्द्र बोस प्रेक्षागृह में 35वां दीक्षान्त समारोह भव्य रूप से मनाया गया। समारोह में 190 छात्र-छात्राओं को गोल्ड मेडल एवं उपाधि वितरित की गई। राज्यपाल ने प्राथमिक विद्यालय के बच्चों को फल, पुस्तक किट एवं आंगनबाडी कार्यकत्रियों को बच्चों के लिए आंगनबाडी किट का वितरण किया। कुलपति प्रोफेसर संगीत शुक्ला द्वारा कुलाधिपति, मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथि को स्मृति चिन्ह दिए गए।
दीक्षांत समारोह में राज्यपाल ने कहा कि बेटियां अब किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है। आज कुल मेडल प्राप्त छात्र-छात्राओं में 70 प्रतिशत से अधिक मेडल बेटियों ने प्राप्त किये है, जो बेटा और बेटी में भेदभाव करते है यह उनके लिए साफ संदेश है। बेटा-बेटी के इस सामाजिक भेदभाव को त्यागे और बेटी की प्रगति में अपना सहयोग प्रदान करे। कुलाधिपति आनंदी बेन पटेल ने कहा कि इस विश्वविद्यालय का नाम पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के नाम पर रखा गया है। भारत के इतिहास में मेरठ का स्थान सिर्फ एक शहर का नहीं है, बल्कि मेरठ हमारी संस्कृति, हमारे सामर्थ्य का महत्वपूर्ण केन्द्र रहा है। मेरठ क्षेत्र ने रामायण, महाभारत काल से लेकर जैन तीर्थंकरो, पंच प्यारों में से एक भाई धर्म सिंह ने अपने देश की आस्था को ऊर्जावान किया है। मेरठ हॉकी के खिलाडी मेजर ध्यानचंद की कर्मस्थली भी रहा है। उन्हीं के नाम पर सरकार द्वारा खेल विश्वविद्यालय का निर्माण कराया जा रहा है। मेरठ खेल के सामान का बहुत बडा बाजार है तथा मेरठ को भारत का खेल शहर भी कहा जाता है। मेरठ के आर्थिक एवं सामजिक महत्व को देखते हुये सरकार द्वारा आरआरटीएस एवं एयरवे विकसित किया जा रहा है, जिससे यहां के उत्पाद देश के विभिन्न क्षेत्रों के साथ-साथ विदेशों में भी आसानी से पहुंचेंगे। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय ने नैक रैकिंग में ए प्लस प्लस प्राप्त किया है तथा क्यूएस रैकिंग के लिए प्रदेश के विश्वविद्यालयो द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा है। विश्वविद्यालय ने साउथ एशिया में क्यूएस रैकिंग में 219वां स्थान प्राप्त किया है।
उपाधि प्राप्त छात्र-छात्राओं से कुलाधिपति ने कहा कि बच्चों की प्रगति में अहम योगदान मां का होता है, इसलिए सभी शिक्षणार्थी प्राप्त किये मेडल अपनी मां को समर्पित करे।
मुख्य अतिथि केंद्रीय आयुष मंत्रालय के सचिव पदमश्री वैद्य राजेश कोटेजा ने कहा कि ग्लोबल सेंटर फार टेलीमेडिसिन के अंतर्गत भारत सरकार के आयुष मंत्रालय व डब्लूएचओ ने पहला वैश्विक पारंपरिक चिकित्सा सम्मेलन आयोजित किया था। भारत सरकार के आयुष मंत्रालय ने डब्लूएचओ के साथ बहुत सारे सहयोग किये है। उन्होंने कहा कि दुनिया आपके योगदान, आपके नवाचार, आपके नेतृत्व की प्रतीक्षा कर रही है। साहसी बनो, दयालु बनो और अपने आपको सबसे अच्छे उदाहरण के रूप में पेश करें।
विशिष्ट अतिथि प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय ने कहा कि शिक्षा मानव जीवन का सर्वागीण विकास करती है। शिक्षा समाज के प्रति दायित्व का बोध कराती है तथा शिक्षा ऐसे मानव का निर्माण करती है जो समाज और राष्ट्र के प्रति समर्पण का भाव रखता हो। उन्होंने कहा कि जल है तो कल है, जल है तो जीवन है इसलिए जल की एक-एक बूंद को बचाना चाहिए। आज विश्व के खेल जगत में भारत का नाम हो रहा है। शिक्षा का उद्देश्य समाज व राष्ट्र के प्रति अपनी जिम्मेदारी का एहसास कराना होना चाहिए। समाज ने हमें जो जिम्मेदारी दी है उसका पूरी निष्ठा से पालन करें यही राष्ट्रभक्ति है।
विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला ने बताया कि विश्वविद्यालय 222 एकड़ भूक्षेत्र में विकसित है। विश्वविद्यालय में नवाचारी कार्यक्रमों के अन्तर्गत रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम कार्यरत है। विश्वविद्यालय प्रदेश का पहला ऐसा संस्थान है जो कि सौर ऊर्जा से विद्युत का उत्पादन करता है।
कुलपति ने बताया कि वर्ष 2023 का कुलाधिपति स्वर्ण पदक चिकित्सा संकाय की प्रियंका मिश्रा व डॉ. शंकर दयाल शर्मा स्वर्ण पदक वाणिज्य संकाय की आरजू को दिया गया। किसान ट्रस्ट नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित पुरस्कारों में चौधरी चरण सिंह स्मृति प्रतिभा पुरस्कार में बीएससी कृषि में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले हिमांशु सैनी तथा बीएससी कृषि में द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले दीपक कुमार को प्रशस्ति पत्र व स्मृति चिन्ह प्रदान किए गये।
प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले 18 छात्र-छात्राओं को प्रायोजित स्वर्ण पदक एवं पदक प्रमाण पत्र दिये गये।
इस अवसर पर राज्य मंत्री सोमेन्द्र तोमर, एमएलसी धर्मेन्द्र भारद्वाज, जिलाधिकारी दीपक मीणा, एसएसपी रोहित सिंह सजवाण, अपर जिलाधिकारी वित्त सूर्य कांत त्रिपाठी आदि उपस्थित रहे।
कुलदीप/पदुम नारायण