बलिया : ददरी मेला स्थगित किए जाने से बढ़ा आक्रोश, अनशन पर बैठे युवा

बलिया (हि. स.)। पौराणिक काल से लगते आ रहे ददरी मेले को स्थगित किए जाने से बागी धरती पर आक्रोश बढ़ता जा रहा है। ‘समर्थन ददरी मेला’ आंदोलन के तहत सोमवार को युवा भृगु मन्दिर के सामने आमरण अनशन पर बैठ गए।
पौराणिक महत्व के ददरी मेला को जिला प्रशासन ने कोरोना को देखते हुए स्थगित कर दिया है। जिसके बाद से जिले की फिजा गरमा गयी है। खासकर युवा काफी आंदोलित हैं। युवाओं ने प्रशासन को अपना निर्णय वापस लेने का अल्टीमेटम दिया था। जिसके बाद सोमवार से अनशन शुरू कर दिया। अनशन पर बैठने वालों में सभासद विकास पाण्डेय लाला, सागर सिंह राहुल, रूपेश चौबे, अंकित सिंह, धनजी यादव व रवि सोनी शामिल हैं। सभी ने ददरी मेला को पुनः लगाने के लिए मांग की।
अनशन स्थल पर शिक्षक नेता सुशील कुमार पांडेय ‘कान्ह जी’ ने कहा कि ददरी मेला बलिया की सांस्कृतिक धरोहर है। यह गुरू-शिष्य परंपरा का अद्भुत मिशाल है। जिसे नष्ट करने का प्रयास किया जा रहा है। बलिया के लोग बर्दाश्त नहीं करेंगे। अनशन स्थल पर सभा को सम्बोधित करते हुए भृगु मन्दिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष डॉ शिव कुमार मिश्र ने कहा कि ददरी मेला को रोकना अनादि काल से चली आ रही पर स्थानीय परम्परा पर चोट है। सभासद संघ के महामंत्री अमित दुबे ने कहा कि इस आंदोलन को पूरे सभासद संघ का समर्थन प्राप्त है। बलिया के मान-सम्मान में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। 
इस दौरान सुशील पाण्डेय कान्ह जी, अजित मिश्रा, मुन्ना उपाध्याय, जैनेन्द्र पाण्डेय मिंटू, फुलबदन तिवारी, गिरीश कान्त मिश्रा, पवन तिवारी, अभिजीत पाण्डेय, रोहित चौबे, राहुल मिश्रा आदि उपस्थित रहे। 

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