बलरामपुर :आरक्षण में गया अपना घर तो पड़ोस पर नजर
रोहित गुप्ता
उतरौला/बलरामपुर
नगर पंचायत में अध्यक्ष से लेकर वार्ड तक के आरक्षण बदल गए हैं।अध्यक्ष के आरक्षण बदलने से हालाकि पिछड़ा और सामान्य दोनों को चुनावी मैदान में ताल ठोकने का मौका मिल गया है।लेकिन वार्डों के आरक्षण में कईयों को अपने पड़ोस पर नजर डालने को मजबूर किया है।वार्ड आरक्षण बदलने से अपना घर गंवाने वाले कई पार्टी के निवर्तमान सभासद अब आस पड़ोस पर नजर गड़ाए बैठे हैं।उन्होने अभी से एलान करना शुरू कर दिया है कि चुनाव जरूर लड़ेंगें फिलहाल अपने पार्टी से ही टिकट की मांग करेंगें बाकी आगे देखा जाएगा।
हालाकि कई वर्तमान सभासद ऐसे भी हैं जो आरक्षण बदलने के बाद चुनाव न लड़ने की घोषणा की है कइयो ने अपने आस पास की सीटों को अदल बदलकर चुनाव लड़ने का रास्ता ढूढ़ लिया है आरक्षण बदलने के बाद विभिन्न पार्टियों के कई निवर्तमान सभासद को नया घर ढूढ़ने के लिए मजबूर कर दिया है। फिलहाल उन्हें अपने आस पास के उन वार्डों पर आशा की किरण नजर आ रही है जहां कुछ हद तक उनकी पहचान है या उस वार्ड के लोगों के सुख दुख में कंधे से कंधा मिलाकर चले हैं और चुनाव भी लड़ चुके हैं।