पुलिस अधिकारी और अपराधी के मिले होने का अखिलेश ने लगाये आरोप
लखनऊ (हि.स.)। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को यूपी पुलिस आरक्षी परीक्षा के निरस्त मामले में पुलिस अधिकारी और अपराधी के मिले होने का आरोप लगाया। अखिलेश यादव ने कहा कि पहले तो भाजपा वाले कह रहे थे कि पेपर लीक ही नहीं हुआ। अब कैसे मान लिया। इसका मतलब है कि अधिकारी और अपराधी मिले हुए थे।
अखिलेश ने कहा कि बेरोज़गार युवक-युवतियों से खेल में नौकरियाँ निकालना, अरबों रुपये की फीस ले लेना, पेपर लीक होने देना, फिर निरस्त करने का नाटक करना। युवाओं ने ठान लिया है कि न बहकावे में आएंगे न किसी भाजपाई झांसे में। युवा अगले हर चुनाव में भाजपा को बुरी तरह हराएंगे और हमेशा के लिए हटाएंगे। युवा कह रहे हैं कि फीस के नाम पर जो पैसा लिया गया है, कहीं वो भाजपा का चुनावी फंड न बन जाए।
उन्होंने एक प्रश्न पर कहा कि यह चुनाव बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के सपनों को बचाने का है। यह चुनाव आजादी बचाने का, संविधान बचाने का है। नौजवान भारत देश को और उत्तर प्रदेश को बनाना चाहता है। अगर वो अपने सपने पूरा करना चाहता है तो उसको नौकरी और रोजगार समय पर मिले।
शरद/मोहित