पीएम-सीएम तक पहुंचा लाखों लीटर शुद्ध पानी सड़क पर बहाने का मामला
– भाजपा के क्षेत्रीय सह मीडिया प्रभारी निमित्त ने मुरादाबाद में सीवर लाइन खुदाई के दौरान लाखों लीटर शुद्ध पानी जमीन पर नाले-नालियों में बहाए जाने की शिकायत पीएम-सीएम को पत्र भेजकर कर की
मुरादाबाद (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी पश्चिम क्षेत्र के क्षेत्रीय सह मीडिया प्रभारी निमित्त ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को रजिस्टर्ड डाक से पत्र व फोटो भेजकर मुरादाबाद में एमडीए कालोनी में सीवर लाइन के खुदाई कार्य के चलते प्रतिदिन करीब लाखों लीटर शुद्ध पानी सड़क पर व नाले-नालियों में बहाये जाने की शिकायत की है। उन्होंने जनसुनवाई पोर्टल पर भी इसकी शिकायत दर्ज कराई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजे पत्र में निमित्त ने कहा कि मुरादाबाद में मुरादाबाद विकास प्राधिकरण द्वारा निर्मित काॅलोनी आशियाना और रामंगगा विहार में काफी समय से सीवर लाइन डालने का कार्य चल रहा है, लेकिन विगत 20-25 दिन से रामगंगा विहार स्थित सेल टैक्स चौराहे से सेवा नियोजन कार्यालय आशियाना काॅलोनी जाने वाली मुख्य रोड (डिवाइडर वाली सड़क) पर आशियाना काॅलोनी व रामंगगा विहार में एक तरफ की सड़क पर सीवर लाइन डालने का कार्य प्रगति पर है। सेल टैक्स चौराहे से सेवा नियोजन कार्यालय को जाने वाली रोड से करीब 1 किलोमीटर की दूरी पर रामगंगा नदी बह रही है। सीवर लाइन डालने हेतु जगह-जगह खोदे जा रहे वहृद गड्ढों में खुदाई के दौरान रामगंगा नदी का पानी न आ जाए, इसीलिए वहां पर प्रत्येक गड्ढे के किनारे चार से पांच बोरिंग कर दिए गए हैं।
निमित्त ने पत्र में आगे कहा कि वहां कार्य कर रहे मजदूरों का कहना है कि सीवर लाइन खुदाई के दौरान इन बोरिंगों के माध्यम से अंधाधुंध पानी निकाला जा रहा है। इस प्रकार इन बोरिंगों में से प्रतिदिन करीब लाखों लीटर शुद्ध पानी जमीन पर और नाले-नालियों में बहाया जा रहा हैं, जिससे शुद्ध जल का प्रतिदिन दुरुपयोेग हो रहा है। सड़क पर बह रहे पानी के कारण दोपहिया वाहन चालक भी हादसे के शिकार हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारी केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार केे द्वारा जल का अपव्यय रोकने, जल का संरक्षण करने के लिए लाखों करोड़ों रुपये लोगों को जागरूक करने के लिए व्यय किए जाते हैं।
निमित्त ने आगे कहा कि जमीन पर और नाले- नालियों में बहाये जाने वाले इस शुद्ध पानी को पाइप आदि के माध्यम से रामगंगा नदी में पहुंचाया जा सकता है या इस शुद्ध पानी को टैंक इत्यादि में स्टोरेज कर मुरादाबाद या आस-पास के जिले में सूख रहे तालाबों में डलवाया जा सकता है। इससे जमीन पर और नाले-नालियों में बह रहे शुद्ध पानी का सदुपयोग हो सकता है। उन्होंने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से मांग की है कि इस मामले में उचित कार्रवाई कर संबंधित विभाग को निर्देशित करने की कृपा करें।
निमित्त जायसवाल/सियाराम