पश्चिम रेलवे के इलेक्ट्रिक लोको शेड वडोदरा ने ‘पुश पुल ऑपरेशन’ के लिए जीता ‘रजत’ पुरस्कार
क्वालिटी कॉन्क्लेव के उद्घाटन सत्र में 17 दिसम्बर को प्रदान किया जाएगा पुरस्कार
मुंबई (हि. स.)। वडोदरा स्थित पश्चिम रेलवे के इलेक्ट्रिक लोको शेड ने ‘पुश पुल ऑपरेशन’ की परियोजना के लिए क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया ( क्यूसीआई ) के तेरहवीं डी. एल. शाह क्वालिटी पुरस्कार योजना में रजत पुरस्कार जीतकर एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक आलोक कंसल ने इस उपलब्धि के लिए वडोदरा के मंडल रेल प्रबंधक और इलेक्ट्रिक लोको शेड, वडोदरा की पूरी टीम को बधाई दी है। यह पुरस्कार 17 दिसम्बर, 2020 को क्वालिटी कॉन्क्लेव के उद्घाटन सत्र में प्रदान किया जाएगा।
पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी सुमित ठाकुर के अनुसार लोकोमोटिव का पुश पुल ऑपरेशन- लोकोमोटिव हाॅल्ड ट्रेनों के लिए एक व्यवस्था है, जिसमें ट्रेन को दोनों छोरों से चलाया जाता है। इस प्रणाली में ट्रेन के दोनों छोरों पर एक-एक लोकोमोटिव जोड़ा जाता है, तब ट्रेन को एक साथ अलग-अलग लोकोमोटिव द्वारा पुल एवं पुश किया जाता है। पुश-पुल ऑपरेशन का मुख्य लाभ बेहतर त्वरण के कारण ट्रेन के यात्रा समय में आने वाली कमी है। इसके अतिरिक्त वापसी यात्रा में दूसरे छोर की तरफ लोको ले जाने के लिए शंटिंग प्रक्रिया की भी जरूरत नहीं होती। इसके परिणाम स्वरूप प्लेटफॉर्म आक्यूपेंसी की अवधि भी कम होती है, जिससे मौजूदा स्टेशन क्षमता के उपयोग में भी सुधार होता है तथा दोनों छोरों से ड्राफ्ट / बफ फोर्स के समान वितरण के कारण इससे सवारी में आसानी होती है।
ठाकुर ने बताया कि इलेक्ट्रिक लोको शेड, वडोदरा रेलवे बोर्ड के दिशा-निर्देशों के अनुसार पुश-पुल ऑपरेशन में उपयोग किए जाने वाले तीन चरण इंजनों को संशोधित करने वाला पहला शेड था और यहां आरडीएसओ द्वारा कन्फर्मेटरी ऑसिलेशन कार रन ( सीओसीआर) का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया। तत्पश्चात् इस पुश-पुल योजना के साथ मुंबई- दिल्ली राजधानी ट्रेनों के विभिन्न परीक्षण रन किए गए, जो सफलतापूर्वक आयोजित किए गए।
ठाकुर ने बताया कि यह परियोजना, व्यापक मूल्यांकन के चार चरणों अर्थात परियोजना कार्य अध्ययन रिपोर्ट की स्क्रीनिंग, क्यू सी आई कार्यालय में परियोजना के प्रस्तुति, मूल्यांकन टीम द्वारा परियोजना कार्यान्वयन के लिए साइट सत्यापन और एनबीक्यूपी/ क्यूसीआई द्वारा नियुक्त प्रख्यात विशेषज्ञों से युकत जूरी द्वारा रिपोर्ट के मूल्यांकन के साथ पूरी हुई है। डी एल शाह गुणवत्ता पुरस्कार वर्ष -2007 में शुरू किया गया है। यह पुरस्कार किसी संगठन की सफल परियोजनाओं की पहचान सुनिश्चित करता है, जिसके परिणामस्वरुप उत्पादों और / अथवा सेवाओं के निरंतर सुधार , बेहतर और प्रभावी संचालन के साथ-साथ ग्राहकों / स्टैकहोल्डरों की संतुष्टि में भी वृद्धि होती है।