नेहा शर्मा के नेतृत्व में इतिहास रचेगा गोंडा
11 हजार कन्याओं का पूजन करके लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड में नाम लिखाने की तैयारी
जानकी शरण द्विवेदी
गोंडा। नारी सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन के लिए प्रतिबद्ध उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में उत्तर प्रदेश का गोंडा जिला शारदीय नवरात्रि के दुर्गा अष्टमी पर नया इतिहास लिखने जा रहा है। जिले के शहीदे आजम सरदार भगत सिंह इंटर कॉलेज के विशाल प्रांगण में 22 अक्टूबर (रविवार) को आयोजित होने वाले ’शक्ति वंदन’ समारोह में जिले के कोने-कोने से आई 11 हजार कन्याओं का पूजन व सम्मान करने के लिए जिला प्रशासन तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटा है। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री को भी आमंत्रित किया गया है। ‘पीटीआई’ के साथ एक खास मुलाकात में जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने यह जानकारी देते हुए बताया कि हाल ही में संसद से पास हुए महिला आरक्षण बिल (महिला शक्ति वंदन अधिनियम बिल) से प्रेरित होकर उन्होंने मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप पिछड़ी, अति पिछड़ी जातियों के साथ ही दलित, आदिवासी, वनटांगियां समेत सभी जाति व पंथ की बेटियों को आमंत्रित करके नवरात्रि में उनका पूजन करने का निर्णय लिया और इस समारोह का नाम “शक्ति वंदन“ रखा गया। यह सिर्फ प्रदेश ही नहीं, बल्कि देश में अब तक का सबसे बड़ा कन्या पूजन समारोह होगा। उन्होंने बताया कि इस उपलब्धि को लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज कराने के लिए सम्पर्क किया गया है। डीएम के अनुसार, इससे पूर्व लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में शिवरात्रि महोत्सव के दौरान 9 मार्च 2019 को 1008 कन्याओं का सामूहिक पूजन के कार्यक्रम को रिकार्ड पर लिया गया था। गोंडा प्रशासन इससे कहीं बड़ा आयोजन करके नया रिकॉर्ड बनाने की ओर अग्रसर है।
तैयारियों के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए जिलाधिकारी ने बताया कि कालेज के विशाल परिसर में मेरठ से मंगाए गए जर्मन हैंगर के माध्यम से करीब एक लाख वर्ग फीट एरिया में वाटरप्रूफ पंडाल तैयार किया जा रहा है। पूरे पंडाल परिसर को 10 सेक्टर में विभक्त कर मां दुर्गा के नौ स्वरूपों तथा गणेश जी के नाम पर उनका नामकरण किया गया है। नायब तहसीलदार स्तर के अधिकारी को प्रत्येक सेक्टर का मजिस्ट्रेट बनाया गया है। प्रत्येक सेक्टर में कन्याओं के बैठने के लिए 10 कतारें होंगी और एक कतार में 110 कन्याओं के बैठने का प्रबंध किया जा रहा है। खण्ड शिक्षा अधिकारियों को एक-एक पंडाल का प्रभारी बनाकर उनके अधीन कार्यरत शिक्षकों को एक-एक पंक्ति की जिम्मेदारी सौंपी गई है। जिले भर से कन्याओं को कार्यक्रम स्थल तक लाने व ले जाने के लिए करीब 225 बसों का प्रबंध करते हुए संकलन स्थल (पिकअप प्वाइंट) चिन्हित कर लिया गया है। बसों पर पंडाल वार स्टिकर चस्पा किए जाएंगे, जिससे उनमें बैठने वाली कन्याओं को यह जानकारी हो सके कि कार्यक्रम स्थल पर उन्हें किस पंडाल और पंक्ति में बैठना है। जिला मुख्यालय पर पुलिस लाइन ग्राउंड, अदम गोंडवी खेल मैदान और डीएम आवास से होटल गोनार्द को जाने वाली लिंक रोड पर बसों को खड़ा करने के लिए आरक्षित किया गया है। शहर में यातायात प्रबंधन की जिम्मेदारी सीओ ट्रैफिक को सौंपी गई है।
जिलाधिकारी ने बताया कि मिशन शक्ति, सुरक्षा और संरक्षा के तहत आयोजित होने वाले शक्ति वंदन कार्यक्रम का एक सामाजिक उद्देश्य भी है। इसके तहत ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ के साथ ही समाज में स्वच्छता और पोषण का संदेश देने के लिए कन्याओं को दो उपहार किट भी दिए जाएंगे। ‘स्वच्छता किट’ में मंजन, ब्रश, जीभी, साबुन, तेल, कंघा, नेल कटर रहेगा, जबकि ‘पोषण पोटली’ में गुड़, चना, लाई, दलिया आदि के साथ ही न्यूट्रीशन वैल्यू बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थों की जानकारी देने वाला एक पत्रक भी होगा। उन्होंने बताया कि प्रस्तावित कार्यक्रम जनपद में एक नई परम्परा की नींव भी रखने जा रहा है। जिले में पहली बार किसी कार्यक्रम को ‘जीरो वेस्ट इवेंट’ के रूप में मनाया जाएगा अर्थात् इस समारोह से निकलने वाले कूड़े का पृथक्करण और निस्तारण कार्यक्रम स्थल पर ही किया जाएगा। गीले कूड़े से कम्पोस्ट खाद बनाई जाएगी। सूखे कूड़े को नगर पालिका की डिसेंट्राइलज्ड ड्राई वेस्ट प्रोसेसिंग यूनिट में भेजकर निस्तारित कराया जाएगा। कार्यक्रम स्थल पर मौजूद ‘कूड़ासुर’ आम जनता को गंदगी न फैलाने का पाठ भी पढ़ाएगा। कार्यक्रम स्थल पर पर्याप्त संख्या में मोबाइल टॉयलेट्स, स्वच्छ पेयजल व निर्बाध विद्युत आपूर्ति का भी प्रबंध किया गया है। यहां एक कंट्रोल रूम भी बनाया जा रहा है, जिसके माध्यम से सभी गतिविधियों की ऑनलाइन निगरानी की जाएगी। किसी आपात स्थिति से निपटने के लिए आवश्यक दवाओं के साथ पर्याप्त संख्या में मेडिकल टीमें एवं एंबुलेंस भी कार्यक्रम स्थल पर मौजूद रहेंगी। यूनिसेफ व डब्ल्यूएचओ की तरफ से स्वास्थ्य सम्बंधी जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजन कराया जाएगा। डीएम ने बताया कि मां दुर्गा के नौ स्वरूपों के आधार पर नौ अलग-अलग क्षेत्रों जैसे पुलिस, उद्यमी, शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, स्वयं सहायता समूह, पंचायती राज, कला और एनजीओ में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को समारोह के दौरान नौ देवी सम्मान से पुरस्कृत किया जाएगा। तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए बेसिक व माध्यमिक शिक्षा, पुलिस, परिवहन, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, बिजली, बाल विकास एवं पुष्टाहार, पंचायती राज, नगर निकाय, नागरिक आपूर्ति, समाज कल्याण, प्रोबेशन, आपदा प्रबंधन समेत एक दर्जन विभाग दिन-रात तैयारियों में जुटे हैं। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ तथा महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग की मंत्री बेबी रानी मौर्य को भी कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया है।