नाबालिग 25 क्षय रोगियों को आरएएचएम फाउंडेशन ने लिया गोद, उठाएगा पोषण की जिम्मेदारी
गाजियाबाद (हि.स.)। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के आह्वान पर आरएएचएम फाउंडेशन ने 25 बच्चों (नाबालिग) को गोद लिया है। यह सभी बच्चे क्षय रोग से पीड़ित हैं। 18 वर्ष से कम आयु के नाबालिग क्षय रोगियों के पोषण आहार कार्यक्रम को सुदृढ़ बनाने के क्रम में जिला एमएमजी अस्पताल स्थित जिला क्षय रोग केंद्र में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें आरएएचएम फाउंडेशन द्वारा इनके पोषण की जिम्मेदारी ली गयी। फाउंडेशन की ओर से क्षय रोग विभाग को भरोसा दिलाया गया कि समय-समय पर उनकी टीम बच्चों से मिलकर उनका उत्साहवर्धन भी करती रहेगी। इस मौके पर फाउंडेशन की ओर से बच्चों को आहार के अलावा कोरोना से बचाव के लिए मास्क भी दिये गये। जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया क्षय रोगियों को अतिरिक्त पोषण की जरूरत होती है ताकि उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाया जा सके। उन्होंने बताया क्षय रोग की चपेट में आने वालों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है। इसलिए उन्हें ज्यादा प्रोटीन और विटामिन युक्त आहार की जरूरत होती है। अच्छे आहार से क्षय रोग के जल्दी ठीक होने में मदद मिलती है। उन्होंने बताया क्षय रोगियों को तंबाकू उत्पादों और एल्कोहल का इस्तेमाल करना खतरनाक होता है। क्षय रोगियों को ताजा फल और सब्जियों का भरपूर सेवन करना चाहिए। प्रोटीन और कैल्शियम के लिए दूध लेना भी जरूरी होता है। क्षय रोगियों में आयरन और विटामिन-डी की कमी होती है। आयरन की कमी को पूरा करने के लिए सेब और पालक आदि का भरपूर मात्रा में सेवन करें और विटामिन के लिए धूप सेकें।
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. श्रीवास्तव ने बताया फाउंडेशन के पदाधिकारियों ने भविष्य में हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के क्षय रोग मुक्त भारत अभियान के संकल्प को शत- प्रतिशत हासिल करने के प्रण को दोहराया गया।