नगर निगम तोड़ेगा विज्ञापन पट माफिया की कमर, सदन की बैठक में फैसला
गाजियाबाद(हि. स.)। सक्रिय विज्ञापन पट माफिया की घेराबंदी करने के लिए नगर निगम बोर्ड बैठक में सोमवार को एक रणनीति तैयार की गई। हालांकि इस मामले को कई पार्षदों ने प्रमुखता के साथ उठाया। घंटों की चर्चा के बाद नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर ने पार्षदों को आश्वस्त किया कि विज्ञापन माफिया के आगे नगर निगम घुटने नहीं टेकेगा, बल्कि विज्ञापन माफियाओं द्वारा विज्ञापन के संबंध में कोर्ट से लिए गए स्थगन आदेश को भी खारिज कर आएगा।
उन्होंने कहा कि विज्ञापन पट लगाने वाली कंपनियों से बकाया वसूली अभियान चलाया जाएगा। इसके अलावा निगम बोर्ड बैठक में पार्षदों ने अपनी समस्याओं को लेकर चर्चा की और नाली खरंजा सेवर सड़क सफाई के मुद्दे को प्रमुखता के साथ उठाया।
बैठक में एक महत्वपूर्ण प्रस्ताव पास किया गया कि घरों की नंबरी कराई जाएगी, साथी अब किसी महापुरुष की याद में गेट लगाकर पार्को में उनकी मूर्ति या सड़कों के नाम उनके नाम पर रखे जाएं। इससे पहले नगर निगम बोर्ड की बैठक लोहिया नगर स्थित हिन्दी भवन में सुबह 11:00 बजे शुरू हुई। बैठक की अध्यक्षता महापौर आशा शर्मा ने की।
इसके पहले देश के प्रधानमंत्री दिवंगत अटल बिहारी बाजपेई की पुण्यतिथि पर 2 मिनट का मौन रखा गया। उनके व्यक्तित्व पर पार्षदों ने अपने विचार रखें और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
बैठक में सबसे पहले होटल शहर में लगाए जाने वाले विज्ञापन पट को लेकर चर्चा शुरू हुई। जिसमें पार्षद राजीव शर्मा ने कहा कि कुछ पुरानी विज्ञापन कंपनियां निगम का करोड़ों रुपए का बकाया दबाए बैठी हैं। साथ ही जब नगर निगम किसी तरह का दबाव डालता है तो वह कोर्ट से स्थगन आदेश ले आती हैं। उन्होंने नगर निगम की नई विज्ञापन पट को लेकर 15 साल के बजाय 5 साल का समय निर्धारण करने की मांग की।
पार्षद राजेंद्र त्यागी ने भी इसका समर्थन किया, जिसके बाद नगर आयुक्त ने आश्वासन दिया कि ऐसा काम कोई भी नहीं किया जाएगा, जिससे माफिया को लाभ मिले और नगर निगम का अहित हो।
उन्होंने कहा कि अदालतों में नगर निगम मजबूती से पैरवी करेगा। बैठक में सार्वजनिक स्थानों पर स्थापित महापुरुषों की मूर्तियों की देखभाल व साफ सफाई की जिम्मेदारी अब नगर निगम ने खुद ले ली है। जो पुरानी कंपनियां थी उनका टेंडर निरस्त कर दिया है क्योंकि यह कंपनियां शर्तों के मुताबिक कार्य नहीं कर रही थी।
पार्षद हिमांशु चौधरी ने हरियाणा की तर्ज पर गांव में महापुरुषों के नाम से बोर्ड लगाने व गेट बनाने की मांग भी उठाई। जिस पर पार्षद राजेंद्र त्यागी ने आपत्ति जताते हुए कहा कि गेट बनाने की परंपरा नहीं शुरू की जानी चाहिए, बल्कि पार्क व सड़कों पर शहीदों या महापुरुषों की मूर्तियां लगाने या सड़कों के नाम रखने की व्यवस्था होनी चाहिए।
बैठक में सबसे खास बात यह रही कि कांग्रेसी पार्षद मनोज चौधरी ने नगर निगम की बैठक का बहिष्कार करने की घोषणा की थी, लेकिन वह आज बैठक में दिखाई दिए और अपने कई मुद्दों पर उन्होंने गरमागरम बहस की। बैठक में पार्षद हिमांशु मित्तल, हिमांशु लव, आशीष चौधरी जाति तहसील नरेश जाटव चंपा मोहर सुनील यादव साक्षी नारंग आदि शामिल रहे।