नगरीय निकाय का आरक्षण घोषित होते ही मचा सियासी घमासान

मेरठ (हि.स.)। प्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। निकायों का आरक्षण घोषित होते ही टिकट के दावेदारों ने अपनी सियासी घेराबंदी तेज कर दी है। सबसे ज्यादा मारामारी भाजपा और सपा का टिकट हथियाने को लेकर हो रही है। मेरठ में महापौर के टिकट को लेकर दावेदारों ने दिल्ली और लखनऊ की दौड़ तेज कर दी है।

मेरठ नगर निगम में महापौर का पद इस बार अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित है। इस कारण महापौर के टिकट को लेकर ज्यादा लामबंदी हो रही है। सबसे ज्यादा मारामारी भाजपा में टिकट को लेकर मच गई है। भाजपा में जाट बिरादरी से गो सेवा आयोग के पूर्व सदस्य डॉ. संदीप पहल टिकट के सबसे प्रबल दावेदार है।

इसके अलावा डॉ. लक्ष्मीकांत बाजपेयी के करीबी नरेंद्र उपाध्याय, डॉ. जेवी चिकारा, देवेंद्र सिंह, पूर्व जिलाध्यक्ष अनुज राठी, रविंद्र तेवतिया, अंकित चौधरी, रविंद्र चौधरी के नाम सामने आ रहे हैं। गुर्जर जाति से पूर्व महापौर सुशील गुर्जर, पूर्व विधायक रविंद्र भड़ाना, पूर्व महापौर मधु गुर्जर, मनोज पोसवाल टिकट के प्रबल दावेदार है। इसी तरह से पूर्व एमएलसी हरपाल सिंह सैनी, ओबीसी मोर्चा के पूर्व जिलाध्यक्ष बोबी पाल, शिक्षाविद डॉ. डीके पाल का नाम भी चर्चा में है। सपा से पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष सीमा प्रधान, शहर विधायक रफीक अंसारी की पत्नी खुर्शीदा अंसारी के नाम अभी तक सामने आए हैं।

मेरठ जनपद में नगर पालिका परिषद मवाना इस बार अनारक्षित है। सरधना नगर पालिका महिला के लिए आरक्षित है। नगर पंचायत सिवालखास, खिवाई, हर्रा, किठौर, शाहजहांपुर, फलावदा अनारक्षित, नगर पंचायत करनावल और परीक्षितगढ़ महिला के लिए आरक्षित है। नगर पंचायत खरखौदा, दौराला ओबीसी के लिए आरक्षित की गई है। जबकि नगर पंचायत हस्तिनापुर एससी महिला, नगर पंचायत बहसूमा एससी के लिए आरक्षित हो गई है। इससे इन नगरीय निकायों में भी टिकट को लेकर घमासान मच गई है।

टिकट के लिए सबसे ज्यादा मारामारी भाजपा और सपा में मची हुई है। हालांकि मेरठ नगर निगम में महापौर का पद 2017 में बसपा की सुनीता वर्मा ने भाजपा की कांता कर्दम को हराया था। इसके बाद सुनीता वर्मा सपा में चली गई। ऐसे में बसपा को भी मेरठ महापौर सीट पर कमजोर नहीं आंका जा रहा है। बसपा से भी टिकट चाहने वालों की तादात लगातार बढ़ रही है।

2017 में भाजपा को मिली थी केवल एक जीत

मेरठ जनपद के नगरीय निकायों में 2017 के चुनाव में भाजपा को केवल एक जीत हासिल हुई थी। नगर निगम में महापौर, नगर पंचायत क्ठिौर अध्यक्ष, शाहजहांपुर अध्यक्ष, हस्तिनापुर नगर पंचायत अध्यक्ष के पदों पर बसपा को जीत मिली थी। नगर पालिका मवाना में कांग्रेस प्रत्याशी जीता तो नगर पालिका सरधना में सपा को जीत मिली। नगर पंचायत सिवालखास पर रालोद का प्रत्याशी चुनाव जीता। जबकि नगर पंचायत खरखौदा, खिवाई, दौराला, लावड़, हर्रा, फलावदा, बहसूमा और करनावल में निर्दलीय प्रत्याशियों के सिर पर जीत का सेहरा सजा था।

कुलदीप

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