दोहरा हत्याकांड: पुलिस की कार्यशैली से नाखुश परिजनों ने काटा हंगामा
कानपुर(हि.स.)। सेन पश्चिम पारा थाना क्षेत्र में तीन दिन पूर्व हुए दोहरे हत्याकांड पर पुलिस ने भले ही दो लोगों को जेल भेज दिया हो, लेकिन परिजन पुलिस की कार्यशैली से नाखुश हैं। इसको लेकर शुक्रवार को परिजन और ग्रामीणों ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया। पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। मामले की नजाकत को देखते हुए तीन थानों की फोर्स पहुंची और आश्वासन दिया गया कि आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
कसिगवां गांव में 19 मार्च की रात झोपड़ी पर एक साथ चारपाई पर सो रहे सुनील सिंह उर्फ अनिल और उसके मौसेरे भाई राज उर्फ छोटू जिंदा जल गये थे। पुलिस ने पहले इसे हादसा माना और उसी के अनुसार आगे की कार्रवाई की, लेकिन परिजन इस बात पर अड़ गये कि दोनों को तेज ज्वलनशील पदार्थ डालकर जिंदा जलाया गया है।
राज के पिता प्रेम सिंह ने बताया कि घटना के बाद वहां पर ज्वलनशील पदार्थ की महक आ रही थी और घर के बाहर खड़ी बाइक को भी फूंक दी गई थी। इससे साफ है कि दोनों को जिंदा जलाया गया है, लेकिन पुलिस शुरू ही लीपापोती करने में जुटी रही है।
मामले में तहरीर के आधार पर पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज करने के बाद सुनील के चचेरे भाइयों कल्याण सिंह और विनोद को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। इसके बावजूद परिजन और ग्रामीणों में असंतोष है कि पुलिस मामले में सख्त कार्रवाई करने के बजाय लीपापोती करने में जुटी हुई है। यही असंतोष शुक्रवार को परिजनों व ग्रामीणों का सड़क पर आ गया और सड़क पर प्रदर्शन कर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए तमाम प्रकार के आरोप लगाये।
हंगामा बढ़ता देख सेन पश्चिम पारा, नौबस्ता और हनुमंत विहार थाने का फोर्स मौके पर पहुंची। डीसीपी साउथ ने बताया कि पुलिस ने परिजनों से बातचीत की और पोस्टमार्टम रिपोर्ट से लेकर अब तक की गई कार्रवाई से अवगत कराया। इसके साथ ही आश्वासन दिया गया कि फॉरेंसिक रिपोर्ट आने के बाद व आपके आरोपों की गहनता से जांच कर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद परिजन और ग्रामीण शांत हुए और अपने अपने घरों को चले गये।
अजय/दीपक/सियाराम