देश में ऑक्सीजन की कहीं कोई कमी नहींः गृह मंत्रालय

9000 मीट्रिक टन रोजाना ऑक्सीजन का हो रहा है उत्पादन
विजयालक्ष्मी 

नई दिल्ली(हि.स.)। कोरोना के बढ़ते मरीजों की संख्या व ऑक्सीजन की बढ़ती मांग के बीच केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने एक बार फिर दोहराया है कि देश में ऑक्सीजन कोई कमी नहीं है। देश में ऑक्सीजन का उत्पादन 5700 मीट्रिक टन से बढ़ा कर 9000 मीट्रिक टन कर दिया गया है। 
सोमवार को यह जानकारी देते हुए गृह मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव पीयूष गोयल ने बताया कि पूर्वोत्तर राज्यों से ऑक्सीजन को मंगवाने के लिए टैंकर की व्यवस्था की जा रही है। विदेशों से भी टैंकर आयात किए जा रहे हैं। परिवहन मंत्रालय ने ऑक्सीजन को ढोने वाले टैंकरों को जीपीएस सिस्टम से जोड़ा है, ताकि टैंकर की लोकेशन को ट्रैक किया जा सके। 
उन्होंने बताया कि गृह मंत्रालय ने आपदा अधिनियम के तहत सभी राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों को ऑक्सीजन टैंकरों के लिए ग्रीन कोरिडोर बनाने के निर्देश दिए हैं ताकि इनका परिवहन निर्बाध तरीके से सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने बताया कि ऑक्सीजन को अस्पतालों तक पहुंचाने के बाद कुछ अस्पतालों में क्राइयोजेनिक टैंक होते हैं, जहां पर वे ऑक्सीजन को स्टोर करते हैं। लेकिन कुछ अस्पतालों में सिलिंडर के माध्यम से ही ऑक्सीजन स्टोर करते हैं, इसलिए इन सिलिंडर की संख्या बढ़ाई जा रही है।
ऑक्सीजन की जमाखोरी और कालाबाजारी पर पीयूष गोयल ने कहा कि सभी राज्यों को निर्देश दिए गए हैं कि वे ऑक्सीजन की कालाबाजारी करने वाले लोगों पर सख्त कार्रवाई करें। इसके साथ सभी अस्पतालों से भी ऑक्सीजन के समुचित उपयोग करने को कहा गया है ताकि इसकी बर्बादी को रोका जा सके। उन्होंने बताया कि ऑक्सीजन के उत्पादन से लेकर सप्लाई तक की निगरानी के लिए अलग अलग वर्चुअल समूह बनाए गए हैं जो रियल टाइम निगरानी रख रहे हैं। इन सभी समूहों की निगरानी के लिए कंट्रोल रूम भी बनाया गया है।

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