दीपोत्सव: मुख्यमंत्री योगी की घोषणा, अगले वर्ष जलेंगे 7.51 लाख दीपक, मिलेगी विश्वस्तरीय पहचान
लखनऊ (हि.स.)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में दीपोत्सव कार्यक्रम के दौरान रामनगरी को विश्वस्तरीय बनाने के लिए कराए जा रहे विभिन्न विकास कार्यों का जिक्र किया। वहीं भव्य राम मन्दिर निर्माण कार्य के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार जताया। उन्होंने कहा कि सरकार बिना किसी भेदभाव के साथ रामराज्य की परिकल्पना को साकार करते हुए काम कर रही है।
अयोध्या के राम भक्तों ने बहुत अन्याय सहा, अब नहीं होगामुख्यमंत्री ने कहा कि हमने न केवल राम की पैड़ी को अविरल और निर्मल बना दिया है बल्कि उसका विस्तार भी किया है। इस साल 5.51 लाख दीपक जल रहे हैं अगले वर्ष ये संख्या 7.51 लाख पहुंचने वाली है। राम की पैड़ी के विस्तार से अब पांच लाख श्रद्धालु यहां घाटों पर स्नान कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि अयोध्या के राम भक्तों ने बहुत अन्याय सहा है। लेकिन,अब ऐसा नहीं होगा। देश-दुनिया आज अयोध्या से जुड़ने के लिए उत्सुक है। यहां हम निराश्रित महिलाओं और बच्चों के लिए सदन के निर्माण का काम भी आगे बढ़ाएंगे।
पहले सरकारें रोकती थीं पंच कोसी, चौरासी कोसी परिक्रमाएंमुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान राम से जुड़े हर स्थल को विश्व स्तरीय पहचान दिलाएंगे। जल्द ही राजश्री दशरथ मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। यहां विश्वस्तरीय इलाज की सुविधाएं होंगी। अयोध्या को हम वैदिक सिटी के रूप में विकसित करेंगे। आज राम वनगमन मार्ग, रामायण सर्किट सहित तमाम योजनाओं की परिकल्पनाएं साकार हो रही हैं। कृष्णा सर्किट और अन्य योजनाओं के माध्यम से पवित्र धामों को पर्यटन जोड़ा जा रहा है। पहले सरकारें पंच कोसी, चौरासी कोसी परिक्रमाओं को रोकती थीं। आज की सरकार इस यात्रा में शामिल होने वाले लोगों की सुविधा के लिए काम कर रही है।
राम के काम में किसी के साथ अन्याय नहींमुख्यमंत्री ने कहा कि राम के काम में किसी के साथ अन्याय नहीं है। सबके लिए न्याय है। कोरोना का खतरा नहीं होता तो ये कार्यक्रम और विशाल होता। उन्होंने कहा कि पूरी रामायण सर्किट की परिकल्पना को साकार करके जहां-जहां प्रभु के चरण धरे गए, हम वैश्विक पटल पर उसे पर्यटन केन्द्र के रूप में विकसित कर रहे हैं। हम श्रद्धालुओं की श्रद्धा का भी सम्मान करेंगे और पर्यटकों को भारत की प्राचीन परंपरा के साथ जोड़ने का काम करेंगे।
रामराज्य की आदर्श अवधारणा को किया जा रहा चरितार्थ मुख्यमंत्री ने कहा कि 2020 का यह उत्सव हम सबके सामने ऐसे समय में आया है जब देश और दुनिया वैश्विक महामारी कोरोना से जूझ रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई को मजबूती से लड़ा है। उन्होंने देशवासियों का आह्वान किया है कि हमें कोविड-19 के खिलाफ लड़ना है। प्रत्येक नागरिक का बचाव भी करना है और कोरोना का परास्त भी करना है। उन्होंने कहा कि रामराज्य की आदर्श अवधारणा को चरितार्थ करने के प्रधानमंत्री के इस आह्वान को क्रियान्वित करने का इससे अच्छा पावन दिवस और क्या हो सकता है, जब प्रभु राम के अयोध्या आगमन के अवसर पर जगह-जगह दीपोत्सव का आयोजन हो रहा है तथा इसमें हम सभी सहभागी बन रहे हैं।
राम मंदिर बनने इच्छा लिए परलोक चली गईं कई पीढ़ियां मुख्यमंत्री ने राम मन्दिर निर्माण का जिक्र करते हुए कहा कि पूरी दुनिया के अन्दर रामभक्तों की वर्षों से यह तमन्ना थी। कई लोगों ने अपना पूरा जीवन इसके लिए समर्पित कर दिया। कई पीढ़ियां इसकी आस लिए मिट गई। सबके मन में एक ही तमन्ना थी कि वह भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर निर्माण कार्य अपनी आंखों से देख लेते तो उनका जन्म और जीवन धन्य हो जाता। उन्होंने कहा यह कार्य प्रधानमंत्री मोदी के कारण आज सफल हुआ है। मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश वासियों की ओर सभी श्रद्धालुओं-भक्तों की ओर से प्रधानमंत्री मोदी का इसके लिए आभार और अभिनंदन व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की प्रेरणा, मार्गदर्शन और रणनीति से आज पांच सदी का वह संकल्प पूरा होता हुआ देश और दुनिया देख रही है।
अयोध्या आने पर लोग कहते थे विकास नहीं राम मंदिर चाहिएमुख्यमंत्री ने कहा कि बीते वर्ष तक वह स्वयं जब भी अयोध्या आते थे, संत और भक्त इसी को लेकर आग्रह करते थे। जब भी वह मंच पर खड़े होकर विकास कार्यों के साथ अयोध्या को जोड़ने के लिए आते थे तो एक ही आवाज आती थी, ‘योगी जी काम की बात मत करो अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण करो।’ आपने धैर्य का परिचय दिया और उसका परिणाम है कि आज राम मंदिर का निर्माण हो रहा है।मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत माता के लाल प्रधानमंत्री मोदी ने इस देश के संकल्प को पूरा किया है। उन्होंने कोरोना कालखण्ड में सभी प्रोटोकॉल का पालन करते हुए यहां आकर मन्दिर निर्माण कार्य का शुभारम्भ किया। इस तरह उन्होंने देश और दुनिया को रामराज्य की उस परिकल्पना का स्पष्ट संदेश दिया, जिसके लिए वह पिछले छह वर्षों से देश के अंदर गांव, गरीब, किसान, नौजवान, महिलाओं और समाज के प्रत्येक तबके के लिए काम कर रहे हैं।
दुनिया में कहीं भी रहना वाला भारतवासी दीपावली से है जुड़ता मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का यह दिन, दीपोत्सव हम भगवान राम के सत्य, धर्म और न्याय की लड़ाई जीतकर 14 वर्षों के बाद अयोध्या आगमन की स्मृति में मनाते हैं। हम लोगों की हार्दिक इच्छा है कि यह आयोजन अयोध्या के माध्यम से देश और दुनिया से जुड़े। दीपावली का आयोजन हर भारतवासी, जहां वह दुनिया में कहीं भी हो, मनाता है। वह दीपोत्सव के साथ जोड़कर अपने जन्म और जीवन के गौरव की अनुभूति करता है।
अयोध्या की अच्छी ब्रांडिंग करने का हो रहा कामप्रदेश सरकार इस आयोजन को अयोध्या धाम के माध्यम से देश और दुनिया तक पहुंचाने का काम कर रही है, जिससे अयोध्या की अच्छी ब्रांडिंग हो सकी और जन जन के आराध्य मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम का आशीर्वाद लोगों को मिलता रहे। बिना भेदभाव के साथ लोगों तक पहुंच रही योजनाएं
मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी के बाद लोगों ने पहली बार इस बात को देखा कि जब 2014 के बाद योजना चलाने का आधार जाति, क्षेत्र, भाषा, पंथ ना बन कर किसान, नौजवान, महिलाएं, और समाज का प्रत्येक तबका बना। रामराज्य की उच्च आदर्श परिकल्पना की बात करें तो घर घर में शौचालय, बनाने का काम किया गया। नारी गरिमा के साथ-साथ स्वास्थ्य की आदर्श परिकल्पना को चरितार्थ किया गया। प्रत्येक गरीब को आवास, बिजली, नि:शुल्क रसोई गैस कनेक्शन, पांच लाख के स्वास्थ्य बीमा से लेकर कोरोना संकट के दौरान नि:शुल्क खाद्यान्न उपलब्ध कराने का कार्य किया गया।