तीसरी बार अपना महापौर बनाने में जुटी भाजपा
मेरठ (हि.स.)। नगर निगम में महापौर पद के लिए अब केवल भाजपा उम्मीदवार की घोषणा होनी बाकी है। अन्य सभी दलों ने अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है। भाजपा महापौर पद पर तीसरी बार अपना उम्मीदवार जिताने के प्रयासों में जुटी है। इसलिए उम्मीदवार को लेकर गहन मंथन किया जा रहा है।
मेरठ नगर निगम में महापौर और 90 पार्षद, नगर पालिका परिषद और नगर पंचायतों के लिए दूसरे चरण में मतदान होगा। इसके लिए नामांकन प्रक्रिया चल रही है। भाजपा को छोड़कर सभी दलों ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। सपा ने गुर्जर बिरादरी से सीमा प्रधान, बसपा ने तेली मुस्लिम बिरादरी के हशमत मलिक, आम आदमी पार्टी ने जाट बिरादरी से ऋचा सिंह तो कांग्रेस ने कसाई बिरादरी से नसीम कुरैशी पर दांव खेला है। अब सभी दलों की निगाह भाजपा उम्मीदवार की घोषणा पर लगी है। बताया जा रहा है कि भाजपा 21 अप्रैल की रात तक अपने उम्मीदवार घोषित कर देगी। भाजपा से टिकट पाने की दौड़ में पूर्व महापौर हरिकांत अहलूवालिया और कैंट बोर्ड की पूर्व उपाध्यक्ष वीना वाधवा सबसे आगे हैं।
हरिकांत अहलूवालिया पंजाबी समाज की कलाल उप जाति से आते हैं। इसके साथ ही उनकी पत्नी रस्तोगी समाज से हैं तो पुत्रवधू जाट है। जबकि वीना वाधवा जाट समाज से आती हैं और उनकी ससुराल पंजाबी समाज में है। इसके अलावा भाजपा के टिकट के अन्य दावेदारों में गुर्जर समाज से मनोज पोसवाल, विनय प्रधान, नरेश गुर्जर, जोगी समाज से नरेंद्र उपाध्याय हैं। जाट समाज से सचिन सिरोही, डॉ. वीरोत्तम तोमर, डॉ. तनुराज सिरोही शामिल हैं। प्रजापति बिरादरी से सचिन प्रजापति भी दावेदारों में शामिल हैं।
बसपा तीन तो भाजपा दो बार जीत चुकी महापौर चुनाव
मेरठ नगर निगम बनने के बाद 1995 में पहली बार महापौर पद के लिए चुनाव हुआ। उस समय बसपा के अय्यूब अंसारी ने जीत हासिल की थी। जबकि 2000 में हुए चुनाव में बसपा के शाहिद अखलाक को महापौर बनने में सफलता मिली। 2006 में भाजपा की मधु गुर्जर और 2012 में भाजपा के हरिकांत अहलूवालिया चुनाव जीतने में सफल रहे। 2017 में फिर से बसपा को जीत हासिल हुई। बसपा की सुनीता वर्मा ने भाजपा की कांता कर्दम को हरा दिया। अब बसपा चौथी बार अपना महापौर बनाने की तैयारी में है तो भाजपा की निगाह तीसरी बार महापौर का चुनाव जीतने पर लगी है।
सपा और कांग्रेस का आज तक नहीं खुला खाता
वरिष्ठ पत्रकार अजय यादव कहते हैं कि समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के लिए मेरठ नगर निगम अभी तक मरुस्थल साबित हुआ है। दोनों ही दलों का कोई उम्मीदवार महापौर पद पर जीत हासिल नहीं कर पाया है। स्थानीय स्तर पर चर्चाओं में इस बार सपा उम्मीदवार सीमा प्रधान जीत की प्रबल दावेदार मानी जा रही हैं तो कांग्रेस उम्मीदवार नसीम कुरैशी भी जीत की उम्मीद जता रहे हैं।
कुलदीप