डीसीएफ पर 45 वर्षों बाद भाजपा का कब्जा, राकेश सिंह अलगू बने चेयरमैन
निर्विरोध निर्वाचित घोषित, पहले बोर्ड की बैठक भी की
वाराणसी (हि.स.)। जिला सहकारी फेडरेशन लिमिटेड (डीसीएफ) के चेयरमैन पद पर भाजपा ने पूरे 45 वर्ष के बाद जीत दर्ज की। गुरूवार को भाजपा के प्रत्याशी राकेश सिंह अलगू को नामांकन के बाद निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया। डीसीएफ चुनाव में भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष राकेश सिंह अलगू का चेयरमैन बनना लगभग पहले ही तय हो गया था।
नदेसर स्थित कोऑपरेटिव बिल्डिंग में स्थित डीसीएफ कार्यालय के बाहर पूर्वांह 10.30 से ही गहमागहमी का माहौल रहा। नामांकन के बाद तय समय में किसी अन्य ने पर्चा दाखिल नहीं किया। जिसके बाद निर्वाचन अधिकारी ने उन्हें निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया।
जीत के बाद अलगू सिंह ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी,गृहमंत्री अमित शाह,प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ,प्रदेश के मंत्री रविन्द्र जायसवाल,सहकारिता मंत्री जेपीएस राठौर,भाजपा क्षेत्रीय अध्यक्ष दिलीप पटेल, एमएलसी एवं भाजपा के स्थानीय जिला अध्यक्ष हंसराज विश्वकर्मा का आभार जताया। जीत के बाद अलगू सिंह ने कहा कि भाजपा के सहयोग से 45 वर्षों बाद विजय हासिल हुई है।
सभापति बनने के बाद अलगू सिंह ने बोर्ड की बैठक भी की। उन्होंने कहा कि सहकारिता को गुजरात मॉडल की तरह बनाया जाएगा और सभी बोर्ड सदस्यों के हितों की रक्षा की जाएगी। सभापति के निर्वाचन के नामांकन में भाजपा जिलाध्यक्ष हंसराज विश्वकर्मा,पूर्व एमएलसी चेतनारायण सिंह,चुनाव प्रभारी भाजपा अरूण सिंह,आरपी कुशवाहा, सोमनाथ विश्वकर्मा, पिंडरा विधायक डॉ अवधेश सिंह, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष सुजीत सिंह ‘डाक्टर’ आदि भी मौजूद रहे।
श्रीधर/पदुम नारायण